राजेंद्र सिंह ने कहा कि ब्लास्ट फर्नेस के मजदूरों का आंदोलन हमेशा से ऐतिहासिक रहा है। 39 दिनों के हड़ताल में हमने दिल्ली तक को घुटने टेकने पर मजबूर किया है।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल बोकारो इस्पात संयंत्र (SAIL Bokaro Steel Plant) के धमन भट्टी विभाग के चार्जिंग सेक्शन में ठेका मजदूरों ने प्रदर्शन किया। प्रबंधन की नीतियों के खिलाफ क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ (एचएमएस) के बैनर तले विरोध-प्रदर्शन किया गया।
संघ के महामंत्री सह सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने कहा कि ब्लास्ट फर्नेस बोकारो इस्पात संयंत्र का हृदय है। मगर दुख की बात है कि आज इस हृदय स्थल के मजदूर सिर्फ सेल/बोकारो इस्पात संयंत्र के अधिकारियों के कारण हर सुविधा से वंचित हैं। रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन के बावजूद भी ठेका मजदूरों को उनका हक नहीं मिल पाता है। 8 घंटे लगातार खून पसीना बहाने के बाद हमें मिलता है तो सिर्फ ईट भट्टा एवं भवन निर्माण की मजदूरी।
ना ग्रेच्युटी, ना ग्रुप इंश्योरेंस,ना नाइट शिफ्ट या किसी प्रकार का भत्ता और ना हीं नौकरी की गारंटी। मीटिंग के माध्यम से यूनियन ने बोकारो प्रबंधन को आगाह किया कि एलपीपी का गाना गाना बंद करें। मिनिमम वेज पर निविदा करें। मजदूरों, ठेकेदार एवं यूनियन को आपस में लड़ाना बंद करें। अन्यथा परिणाम अत्यंत गंभीर होंगे।
राजेंद्र सिंह ने कहा कि ब्लास्ट फर्नेस के मजदूरों का आंदोलन हमेशा से ऐतिहासिक रहा है। 39 दिनों के हड़ताल में हमने दिल्ली तक को घुटने टेकने पर मजबूर किया है। प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि 6 जुलाई को ठेका मजदूरों के वेज रिवीजन पर होने वाले एनजेसीएस की बैठक में अगर सम्मानजनक फैसला नहीं हुआ तो आक्रामक आंदोलन होगा।
यूनियन संयंत्र के सभी मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन करते हुए अधिशासी निदेशक (संकार्य) कार्यालय पर चढ़ाई करेगी। फिर भी हमें न्याय नहीं मिला तो समस्त प्लांट के ठेका मजदूर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को विवश होंगे। मीटिंग को राजेंद्र सिंह के अलावा आरके सिंह, शशिभूषण, अम्बेदकर, मनोज ठाकुर, बासुदेव आदि ने संबोधित किया।