SAIL ने 2070 तक का कार्बन पर बनाया प्लान, जर्मन कंपनी संग संभाली Steel Plant की कमान

  • यह एमओयू इस्पात उत्पादन के दीर्घकालिक परिवर्तन के लिए नवीन और टिकाऊ समाधान तलाशने के लिए सेल और एसएमएस समूह के बीच एक संयुक्त प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

सूचनाजी न्यूज, नई दिल्ली। SAIl ने Sustainable Steel Production की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) एक महारत्न पीएसयू, ने जर्मनी की अग्रणी इंजीनियरिंग कंपनी एसएमएस ग्रुप के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। रांची में सेल के प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान (एमटीआई) में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

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यह एमओयू इस्पात उत्पादन के दीर्घकालिक परिवर्तन के लिए नवीन और टिकाऊ समाधान तलाशने के लिए सेल (SAIL) और एसएमएस समूह के बीच एक संयुक्त प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस सहयोग का प्राथमिक उद्देश्य सेल के एकीकृत इस्पात संयंत्रों में इस्पात निर्माण प्रक्रियाओं में बदलाव लाना, कार्बन उत्सर्जन को कम करने और पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने पर जोर देना है।

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साझा विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठाकर, सेल और एसएमएस समूह पर्यावरण के प्रति जागरूक इस्पात उत्पादन का एक नया प्रतिमान स्थापित करने में नेतृत्व करेंगे।
इस एमओयू द्वारा किए गए सहयोगात्मक प्रयास स्टील निर्माण प्रक्रियाओं में डीकार्बोनाइजेशन तकनीक को बढ़ावा देंगे और सेल (SAIL) के इस्पात संयंत्रों के भीतर कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे, जो 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ निकटता से जुड़ा होगा।

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