SAIL Quarterly Result 2024: बोकारो, BSP, RSP, DSP, ISP संग पढ़िए सभी आंकड़े, PRP-बोनस पर बात आई

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल ने तिमाही रिजल्ट जारी कर दिया है। प्रॉफिट घट गया है। प्रोडक्शन और बिक्री में अच्छी छलांग लगाई गई है, लेकिन प्रॉफिट के मामले में नतीजा अच्छा नहीं है।

सेल के वित्तीय परिणाम की खास बात यह है कि मैन पावर कॉस्ट में पिछली तिमाही के मुकाबले 200 करोड़ रुपया की कमी हुई है। वहीं, 9M PBT की बात करें तो इसका आंकड़ा 2359 करोड़ है। इसी तरह 12M PBT की बात की जाए तो यह 3000 करोड़ के आंकड़े को पार कर सकता है।

रिजल्ट आने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। पीआरपी और बोनस को लेकर भी बहस शुरू हो गई है। कर्मचारियों ने यहां तक दावा कर दिया है कि 150 करोड़ रुपए PRP में बांटा जाएगा। 10 हजार अधिकारियों में यह राशि बांटी जाएगी। वहीं, करीब 46 हजार कर्मचारियों को 23 हजार रुपए के हिसाब से बोनस बांटा जाएगा।

Profit/Loss) before interest

Bhilai Steel Plant: 62.41
Durgapur Steel Plant: 196.92
Rourkela Steel Plant: 401.01
Bokaro Steel Plant: 458.19
IISCO Steel Plant: 52.84
Alloy Steels Plant: (20.70)
Salem Steel Plant: (56.36)
Visvesvaraya Iron & Steel Plant: (8.81)

जानिए रेवेन्यू क्या है

-Bhilai Steel Plant 6499.99
– Durgapur Steel Plant 2903.13
– Rourkela Steel Plant 5883.28
– Bokaro Steel Plant 6003.58
– IISCO Steel Plant 2906.94
– Alloy Steels Plant 281.38
– Salem Steel Plant 515.19
– Visvesvaraya Iron & Steel Plant 48.78
– Others 357.34
Total segment revenue 25379.61
Less: Inter-segment revenue 2034.13
Net revenue from operations 23345.48

कंपनी ने वित्तीय वर्ष के 9 महीनों में उत्पादन

स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने 31 दिसंबर 2023 को समाप्त तिमाही और नौ महीने के लिए अपने वित्तीय नतीजे घोषित कर दिए हैं।

कंपनी ने वित्तीय वर्ष के 9 महीनों में उत्पादन और बिक्री में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हासिल किया है। कच्चे इस्पात के उत्पादन और बिक्री की मात्रा में पिछले वर्ष की तुलना में वित्त वर्ष 24 के 9 महीनों के दौरान क्रमशः 6.6% और 8.2% की वृद्धि दर्ज की गई है।

पढ़िए सेल चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश ने क्या कहा

सेल के अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश ने कहा, “तिमाही के दौरान मूल्य प्राप्ति में उल्लेखनीय गिरावट के बावजूद कंपनी द्वारा अपनी मात्रा बढ़ाने की दिशा में लगातार प्रयासों का वित्तीय प्रदर्शन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

कंपनी टिकाऊपन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है।” प्रदर्शन में डीकार्बोनाइजेशन पर जोर, क्षमता उपयोग में सुधार, मूल्य संवर्धन, उन्नत डिजिटलीकरण और लागत प्रतिस्पर्धात्मकता प्राप्त करना शामिल है।