सेल कर्मचारियों को एकजुट करने की मुहिम।
बीएसपी कर्मचारियों ने खुर्सीपार गेट पर पर्चा बांटा।
बीएसपी की 9 ट्रेड यूनियनों ने मिलकर हड़ताल का अभियान छेड़ा।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। 28 अक्टूबर को 39 माह का एरियर्स भुगतान करने, भ्रामक बोनस फार्मूला रद्द करने, लंबित वेतन समझौता को जल्द पूर्ण करने, ठेका श्रमिकों का वेतन एवं बोनस आदि मांगों को लेकर एक दिवसीय औद्योगिक हड़ताल का आह्वान किया गया है।
इस हड़ताल को सफल बनाने हेतु भिलाई के 9 ट्रेड यूनियनें हड़ताल कर रहे हैं कर्मियों के साथ छोटी-छोटी बैठकें एवं मुलाकात कर चर्चा का दौर तेज हुआ है।
इस दौरान संयुक्त यूनियन के नेताओं ने कहा कि प्रबंधन कर्मियों का कोई भी हक एवं अधिकार थाली में सजाकर नहीं देने वाला है, हमें अपना हक लड़ कर लेना होगा “हम लड़ेंगे तो जीतेंगे जरूर” इसी आशा के साथ कर्मी स्वेच्छा से 28 अक्टूबर के हड़ताल में भागीदारी करने का मन बना रहे हैं।
कोल इंडिया में हड़ताल के दिन रोकना नहीं पड़ता है कर्मियों को
संयुक्त यूनियन के नेताओं ने कहा कि पिछले 8 साल के अंदर कोल इंडिया ने दो बार एग्रीमेंट कर कर्मचारियों की एकता की ताकत को साबित किया। कोल इंडिया के कर्मी हमेशा से ही संघर्षों के नए-नए कीर्तिमान रचते रहे हैं कोल इंडिया के यूनियन जब भी अपनी मांगों को लेकर प्रबंधन के अड़ियल रवैया के खिलाफ हड़ताल का आह्वान करते हैं।
वहां के कर्मी स्वेच्छा से हड़ताल में भाग लेते हैं उन्हें हड़ताल के दिन ड्यूटी जाने से रोकना नहीं पड़ता है यही कोल इंडिया के ताकत का मूल मंत्र है।
बैंक एवं बीमा के कर्मी भी स्वेच्छा से भाग लेते हैं हड़ताल में
बैंक एवं बीमा के यूनियन कर्मियों के जायज मांगों को लेकर प्रबंधन के सामने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अपनी आवाज को बुलंद करते हैं जब प्रबंधन बैठकों में उनकी बातों पर सहमत होने से इनकार कर देता है तब वह अंतिम हथियार के रूप में हड़ताल का आह्वान करते हैं एवं उस आह्वान को आत्मसात करते हुए बैंक एवं बीमा में काम करने वाले कर्मी हड़ताल में भागीदारी करते हैं।
हड़ताल के दिन का तनख्वाह कटवाते हैं एवं अपने संघर्षों को जीत दिलाते हैं यही इतिहास सेल के अंदर भी रचना होगा तभी हम एरियर्स बोनस एवं अन्य लंबित मांगों को हासिल कर पाएंगे।