वित्तीय वर्ष 2022-23 में सेल का प्रदर्शन सराहनीय रहा और इसने अच्छा शुद्ध लाभ दर्ज किया, लेकिन कॉर्पोरेट प्रबंधन के कारण सेल कर्मचारियों और संविदा श्रमिकों का वेतन समझौता अभी भी अधूरा है।
सूचनाजी न्यूज, दुर्गापुर। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority Of India Limited) के कर्मचारी 2017 के आधे-अधूरे वेतन समझौते को जल्द पूरा करने की मांग को लेकर लगातार सड़क पर उतर रहे हैं। सेल इकाइयों में विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला दुर्गापुर स्टील प्लांट में भी जारी है।
दुर्गापुर स्टील श्रमिक यूनियन-एटक के सदस्यों ने फ्लाई ओवर के पास मुख्य गेट नंबर 1 के सामने नारेबाजी की। सेल प्रबंधन से मांग किया है कि सेल के गैर-कार्यकारियों के लिए 2017 से तत्काल वेतन समझौते को पूरा किया जाए। इस बाबत डायरेक्टर पर्सनल केके सिंह को संबोधित मांग पत्र डीएसपी प्रबंधन को सौंपा गया है। प्रदर्शन में ठेका मजदूर भी शामिल हुए।
वक्ताओं ने कहा-पिछले पत्रों में भी एनजेसीएस से संबंधित लंबे समय से लंबित मुद्दों को निपटाने के लिए एनजेसीएस की बैठकें आयोजित करने की बार-बार अपील की थी। संविदा कर्मियों का वेतन कम से कम नियमित कर्मचारी के न्यूनतम मूल वेतन के बराबर तय किया जाना चाहिए।
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वित्तीय वर्ष 2022-23 में सेल का प्रदर्शन सराहनीय रहा और इसने अच्छा शुद्ध लाभ दर्ज किया, लेकिन कॉर्पोरेट प्रबंधन के कारण सेल कर्मचारियों और संविदा श्रमिकों का वेतन समझौता अभी भी अधूरा है। हम पूर्ण एनजेसीएस बैठक आयोजित करके सभी लंबित मुद्दों के तत्काल समाधान की मांग करते हैं।
प्रदर्शन करने वालों में जनरल सेक्रेटरी तरुण दास, शंभुचरण प्रमाणिक, उत्तम मंडल, बिश्वजीत रॉय, बिधी शर्मा, निरंजन राय, महेंद्र कुमार, नरसिंह गुरुम, परिमल चौधरी, स्वप्न मजूमदार, रंजीत मजूमदार, पट्टा बोस, राखी, बिजय आदि शामिल रहे।
जानिए बिंदुवार क्या-क्या मांग की जा रही है…
-2017 से तत्काल वेतन समझौता पूरा किया जाएगा।
-39 माह का वेतन पुनरीक्षण बकाया एवं भत्तों का बकाया भुगतान किया जाए।
-कंपनी के स्वामित्व वाले आवास में नहीं रहने वाले सभी कर्मचारियों को संशोधित मूल पर 20% मकान किराया भत्ता दिया जाएगा।
-ठेका श्रमिकों का वेतन तुरंत बढ़ाएं।
-रिक्त पद को तत्काल भरा जाए।
-श्रमिकों द्वारा भुगतान की जाने वाली भत्तों की राशि पर 50% आयकर प्रबंधन वहन करे।
-ग्रेच्युटी के भुगतान पर कोई सीमा नहीं रखी जानी चाहिए।
-नए ग्रेड गठन किया जाए। वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए एस-12, एस-13 लागू हो।