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Bhilai Steel Plant की 75 एकड़ जमीन 2 साल में कब्जामुक्त, 600 करोड़ की बची संपत्ति, पढ़िए डिटेल

Bhilai Steel Plant की 75 एकड़ जमीन 2 साल में कब्जामुक्त, 600 करोड़ की बची संपत्ति, पढ़िए डिटेल
  • कई राजनैतिक दवाब तथा धमकियों को झेला गया। किंतु विभाग ने निरंतर  कार्यवाही जारी रखी।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। कब्जेदारों के खिलाफ भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) भी एक्शन में है। दनादन कार्रवाई की जा रही है। पिछले दो सालों का आंकड़ा आपको हैरान कर देगा। अभियान इतना जोरदार तरीके से चलाया जा रहा है कि करीब 600 करोड़ रुपए की संपत्ति को बचाया गया है।

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भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के इंफोर्समेंट विभाग द्वारा पिछले दो साल में 75 एकड़ जमीन कब्जामुक्त कराई गई है। बीएसपी भूमि वीरेभाट, अहिवारा, नंदिनी, सिविक सेंटर, चिखकली, खुर्सीपार, महमरा, दुर्ग, नेवई, स्टेशन मरोदा इत्यादि जगहों से अवैध कब्जा खाली करवाया गया।
पूर्व MLA से भी आवास खाली करवाया

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आधा  दर्जन से अधिक ईट भट्ठे हटाया गया। 600 से अधिक बीएसपी आवास टाउनशिप के विभिन्न सेक्टर्स से कब्जा मुक्त कराया गया। एक पूर्व MLA से भी आवास खाली करवाया गया। इसके अलावा मिराज सिनेमा, चोपड़ा पेट्रोल पंप सहित  कई इंडस्ट्रीज, फार्म हाउस, खेत आदि को भी सील किया गया। विभाग द्वारा दो साल में ही एक हजार से अधिक कार्यवाही की गई है।

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भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) की 600 करोड़ से अधिक की बीएसपी भूमि बचाई गई है। जीएम केके यादव के नेतृत्व में कार्रवाई की जा रही है। लगभग प्रत्येक कार्यवाही पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन की उपस्थिति तथा सहयोग से पूर्ण किया गया।

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कब्जेधारियों की काउंसलिंग भी

कब्जा रोकने हेतु जागरूकता कार्यक्रम के अलावा कब्जेधारियों की काउंसलिंग भी की गई।भू माफियाओं, दलालों, अवैध कब्जेधारियों के विरुद्ध निरंतर कार्यवाही किया गया। लगभग प्रत्येक कार्यवाही पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन की उपस्थिति तथा सहयोग से पूर्ण किया गया।

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इसके अलावा ऑफिसर्स एसोसिएशन (Officers Association), भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) द्वारा लगातार इंफोर्समेंट विभाग (Enforcement Department) को सहयोग किया गया। साथ ही विभिन्न ट्रेड यूनियन द्वारा भी अवैध कब्जा हटाने में समर्थन किया गया।

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सियासी धमकी मिलती रही

विभाग का कहना है कि कई राजनैतिक दवाब तथा धमकियों को झेला गया। किंतु विभाग ने निरंतर  कार्यवाही जारी रखी। दलालों, माफियाओं और कब्जेधारियों के विरुद्ध विभाग द्वारा FIR भी दर्ज करवाया गया। झूठा केस दर्ज करवाया गया। झूठे मामले में फंसाने की कोशिश की गई। भू माफिया, दलाल, अवैध कब्जेधारी, बड़े कब्जेधारी कुछ कर्मियो को तोड़ने तथा  उनका शिकार करने की भी कोशिश करते रहते हैं।

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