- सांसद का कहना है कि समर्पण के साथ कई वर्षों की सेवा के बाद विभिन्न सरकारी कार्यालयों से सेवानिवृत्त हुए गुजरात के लगभग 15 लाख पेंशनभोगियों को मासिक रूप से 300 से 2,500 रुपए ही मिल रहा है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। अपनी जिंदगी देश के नाम करने वाले के बाद नौकरी से रिटायर (Retire) हुए तो आज पेंशन (Pension) के रूप में 300 से लेकर 2500 रुपए मिल रही है। यह देश के पेंशनर्स (Pensioners) की पीड़ा है। इस हालात से देश की सरकार बखूबी वाकिफ है, बावजूद, आंख बंद है। केंद्र में भाजपा की सरकार (Bhajpa Govt) है।
गुजरात से आने वाले भाजपा के सांसद भरत सिंह शंकरजी डाभी (MP Bharat Singh Shankarji Dabhi ) ने भी पेंशनर्स (Pensioners) का दुखड़ा केंद्र सरकार (Center Govt) तक पहुंचाया है। सांसद का कहना है कि समर्पण के साथ कई वर्षों की सेवा के बाद विभिन्न सरकारी कार्यालयों (Various Government Offices) से सेवानिवृत्त हुए गुजरात के लगभग 15 लाख पेंशनभोगियों को मासिक रूप से 300 से 2,500 रुपए ही मिल रहा है।
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इस पैसे से दूध या सब्जी भी खरीदना बहुत मुश्किल है। सांसद ने पूर्व कार्मिकों को कम से कम है। 7500+ डीए+ चिकित्सा भत्ते के साथ मासिक पेंशन (Monthly Pension) देने की मांग की है।
करीब 6 साल पहले सेवानिवृत्त वृद्ध पेंशनर्स एसोसिएशन समन्वय समिति (Retired Old Age Pensioners Association Coordination Committee), गुजरात के राष्ट्रीय अध्यक्ष राऊत से मुलाकात के दौरान उन्हें इस बात का आश्वासन दिया गया था। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है। सांसद ने अनुरोध किया है कि कृपया इन वृद्धावस्था पेंशनभोगियों की लंबे समय से लंबित मांग को हल करने और उपकृत करने की कृपा करें।