विधायक देवेंद्र यादव पहुंचे BSP कर्मचारियों के बीच, HMS का बड़ा एलान

  • भिलाई श्रमिक सभा (HMS) यूनियन के महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र ने कहा-मोदीजी की शैली आक्रामक और भाषा भ्रामक।  

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई श्रमिक सभा (HMS) यूनियन की बैठक यूनियन कार्यालय में हुई, जिसमें भिलाई विधानसभा के कांग्रेस के प्रत्याशी देवेंद्र यादव भी शामिल हुए। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में समर्थन मांगने के लिए उपस्थित हुए।

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देवेंद्र यादव ने कहा कि मैं पहली बार विधायक बना एवं कोरोना काल को छोड़ दिया जाए तो बाकी पूरे समय में श्रमिक बिरादरी के साथ रहा हूं, क्योंकि यह संयंत्र केंद्र सरकार के अधीन आता है। इसलिए मेरा ज्यादा हस्तक्षेप संभव नहीं रहा।

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टाउनशिप की बेहतरीन के लिए तथा टाउनशिप में निवासरत लोगों के लिए जो मुझसे बेहतर बन सका मैं करने का प्रयास किया। यूनियन के महासचिव प्रमोद कुमार मिश्रा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी यूनियन किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है। भिलाई एक श्रमिक बहुत क्षेत्र है, जो जनप्रतिनिधि श्रमिकों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का कार्य करेगा, यूनियन उसका समर्थन करेगी।

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महासचिव ने दुर्ग में प्रधानमंत्री के भाषण का उल्लेख करते हुए बताया कि मोदी जी की शैली आक्रामक एवं भाषा भ्रामक है। इस देश में आजादी के बाद बहुत सारे प्रधानमंत्री बने एवं भिलाई आए लेकिन किसी भी प्रधानमंत्री ने चुनाव में इस प्रकार आक्रामक शैली का प्रयोग नहीं किया। वे भूल जाते हैं कि वे सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री नहीं है। इस देश के भी प्रधानमंत्री हैं।

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समूचा छत्तीसगढ़ श्रमिक बहुल क्षेत्र है। छत्तीसगढ़ राज्य के भीतर खनिज संपदाओं का भंडार है, जहां सार्वजनिक उपक्रम के खदान एवं कारखाने बहुतायत में हैं।

पिछले 10 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में सरकार है। लेकिन भिलाई इस्पात संयंत्र के केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम होते हुए भी यहां के ठेका श्रमिकों को केंद्रीय वेतनमान नहीं मिला, संयंत्र के कर्मचारियों का वेतन समझौता 7 वर्ष से लंबित है।

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केंद्र की भाजपा सरकार के निर्देश पर  ग्रेच्युटी में कटौती की गई है, जिसके कारण नवंबर 2021 के बाद सेवानिवृत होने वाले वरिष्ठ कर्मचारी को 5 से 7 लाख रुपए कम ग्रेच्युटी मिला वेरिएबल पर्क्स के रूप में जितनी राशि मिली,उससे कहीं ज्यादा राशि की ग्रेच्युटी में कटौती कर दी गई।

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केंद्र की भाजपा सरकार के द्वारा 44 श्रम कानून को बदलकर कर 4 श्रम संहिता में बदला गया है, जिसमें देश के मजदूरों को बंधुआ मजदूर बनाने का प्रयास किया गया है। देश के बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने का कार्य हुआ है।

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महासचिव ने कहा-वर्तमान की केंद्र सरकार देश की संपत्तियों को निजी हाथों में बेचने का कार्य कर रही है, जो देश हित में नहीं है। यूनियन ने यह  निर्णय किया है कि उद्योग हित एवं कर्मचारी हित को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी को समर्थन नहीं दिया जा सकता। महासचिव ने आश्वस्त किया कि यूनियन कांग्रेस का समर्थन करेगी।

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