एटक सम्मेलन: SAIL और Coal India के कर्मचारियों को बोकारो में ललकारा, आंदोलन के लिए पुकारा

  • कोयला मजदूरों के वेज रिवीजन में 19% एमजीबी के फैसले को सरकार द्वारा रोके जाने पर विरोध प्रकट

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। एटक का झारखंड राज के छठवें सम्मेलन के दूसरे दिन प्रतिनिधि सत्र में सेल और कोल कर्मचारियों पर खुलकर बातचीत की गई। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा एवं एटक का झंडा फहराया गया। राष्ट्रीय गीत तथा झंडा गीत के बाद आंदोलन में शहीद हुए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। प्रतिनिधि सत्र का उद्घाटन एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने किया।

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प्रतिनिधि सत्र के आरंभ में सम्मेलन में आए हुए पदाधिकारी को पुष्पगुच्छ देकर शॉल भेंटकर स्वागत किया गया। स्वागत अध्यक्ष यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने स्वागत भाषण में बोकारो के इतिहास की पुष्टिभूमि पर चर्चा करते हुए अतिथियों का स्वागत किया।

सेल के मजदूरों के वेज रिवीजन, 39 माह का एरियर, ग्रेच्युटी जैसे लंबित मुद्दों पर चिंता व्यक्त करते हुए इस चुनौती का मुकाबला करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया। प्लांट के उत्पादन तथा उत्पादकता से जुड़े ठेका मजदूरों की हालत जर्जर है, जिन्हें न्यूनतम वेतन नहीं मिलता। मिनिमम वेज मांगने पर गेट पास छीन लिया जाता है। जिस पर लड़ाई जमके होगी।

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एटक अध्यक्ष ने देश की स्थिति को गंभीर बताते हुए कहा कि देश की आर्थिक व्यवस्था, जनतांत्रिक ढांचा संसदीय जनवाद और समाजिक संस्कृति पर गंभीर खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि जीरो भ्रष्टाचार की बात करने वाले प्रधानमंत्री हिंडनबर्ग द्वारा उद्घाटित अडानी के महा घोटाला पर चुप्पी साधे हुए हैं और जांच कराने को भी तैयार नहीं है।

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उन्होंने कोयला मजदूरों के वेज रिवीजन में 19% एमजीबी के फैसले को सरकार द्वारा रोके जाने पर विरोध प्रकट करते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो कोयला मजदूर अपने वेज रिवीजन अपनी शक्ति से कराने के लिए मजबूर होंगे।

प्रतिनिधि सत्र में अटैक राज्य के महासचिव पीके गांगुली ने विगत 4 साल का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें देश दुनिया एवं झारखंड की स्थितियों की विवेचना करते हुए आने वाले दिनों में गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए मजदूर वर्ग को एकजुट कार्रवाई पर जोर दिया।

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महासचिव के प्रतिवेदन पर प्रतिनिधियों द्वारा विचार-विमर्श जारी है। सम्मेलन की अध्यक्षता अध्यक्ष मंडलीय द्वारा किया गया जा रहा है, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार, विद्यासागर गिरी, रामस्वरूप पासवान,विंध्याचल बेदिया, रामाश्रय प्रसाद सिंह, सपन कुमार घोषाल,सोनिया देवी, रोशन लाल चौधरी, सीता सोरेन, शत्रुघन महतो कर रहे हैं। सम्मेलन में विभिन्न कमेटियों का गठन हुआ, जिसमें संचालन समिति, प्रमाण समिति, प्रस्ताव समिति, मिनटस कमेटी शामिल है। एटके झारखंड राज्य सम्मेलन बोकारो में नजरुल हसन खान का 51वां शहादत दिवस भी मनाया गया। इस अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनके अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया गया।