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BSP आवास का गिरा प्लास्टर, बाल-बाल बची मां और 8 माह का मासूम, किसी दिन लगेगा हत्यारे का ठप्पा

BSP आवास का गिरा प्लास्टर, बाल-बाल बची मां और 8 माह का मासूम, किसी दिन लगेगा हत्यारे का ठप्पा
  • बेड पर गिरे प्लास्टर के टुकड़े को देख मियां-बीवी के आंखों से आंसू टपक पड़े। बच्चे की जिंदगी बचने पर ऊपर वाले का शुक्र अदा किया जा रहा है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई टाउनशिप से दिल दहाने वाली खबर सामने आ रही है। भिलाई स्टील प्लांट के नगर सेवाएं विभाग की लापरवाही की वजह से मां और एक मासूम की जान चली जाती, लेकिन ईश्वर ने उनकी जिंदगी बचा ली। नगर सेवाएं विभाग की ढिलाई को देखते हुए खतरों से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

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मामला यह है कि सेक्टर-4 के सड़क 32, आवास 16जी में बीएसपी के यूनिवर्सल रेल मिल में कार्यरत बृजेश मीणा के घर का प्लास्टर टूटकर लगातार गिर रहा है। बुधवार रात भी प्लास्टर गिरा। जिस बेड पर पत्नी और 8 माह का बेटा गणेश सो रहे थे, उसी के दूसरे छोर पर प्लास्टर का टुकड़ा गिरा। आवाज सुनते ही घर में कोहराम मच गया। पत्नी बच्चे को कलेजे से चिपकाए रोने लगी। बगल के रूम में सो रहे बृजेश की नींद खुली। दहशत की वजह से रात भर कोई सो नहीं सका।

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हर कोई बीएसपी के नगर सेवाएं विभाग को कोसता रहा। बेड पर गिरे प्लास्टर के टुकड़े को देख मियां-बीवी के आंखों से आंसू टपक पड़े। बच्चे की जिंदगी बचने पर ऊपर वाले का शुक्र अदा किया जा रहा है।

मरम्मत कार्य के लिए मेंटेनेंस आफिस का चक्कर लगाना पड़ा, कहीं सुनवाई नहीं। इसके बाद सिविल डिपार्टमेंट के लहरी को फोन पर जानकारी दी गई। दोबारा फोन तक रिसीव नहीं करने का आरोप लगाया गया है। इससे आक्रोशित यूआरएम का कर्मचारी सीटू नेता अर्जुन श्रीवास को साथ लेकर नगर सेवाएं विभाग पहुंच गया। वहां भी घंटों इंतजार कराया जा रहा है। सीजीएम मीटिंग में हैं। इसलिए सिविल डिपार्टमेंट के जीएम से ही मिलकर दुखड़ा सुनाने की कोशिश की गई है।

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परिवार का कहना है कि लगातार गिर रहे प्लास्ट की शिकायत मेंटेनेंस आफिस और नगर सेवाएं विभाग से कर रहे हैं। किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। दो दिन पहले किचन का प्लास्ट टूटकर गिरा। इसी बीच एक अन्य रूम का प्लास्ट गिर गया। बुधवार की रात भी प्लास्टर टूटकर गिर गया है। अब बाथरूम का प्लास्ट गिरने वाला है। पीछे के रूम का छज्जा तक गिर चुका है। बेड रूम, किचन, डायनिंग रूम के छत का प्लास्टर टूटने से परिवार दहशत के साये में है।