बीएसपी एससी-एसटी इम्प्लाइज एसोसिएशन विवाद पहुंचा हाईकोर्ट, कोमल प्रसाद, रजिस्ट्रार तलब, सुनिल रामटेके का खिला चेहरा

  • कोमल प्रसाद पर पंजियक व उप पंजियक व भिलाई इस्पात संयंत्र एससी को भी गुमराह करने का आरोप।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र एससी-एसटी इम्प्लाइज एसोसिएशन (Bhilai Steel Plant SC-ST Employees Association) में नया बवाल शुरू हो गया है। सुनिल रामटेके और कोमल प्रसाद गुट में खींचतान बढ़ गई है। कोमल प्रसाद को मान्यता देने को सुनिल रामटेके गुट ने बिलासपुर हाईकोर्ट में चुनौती दी। कोर्ट ने सबको तलब कर लिया है।

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सुनील रामटेके गुट के अध्यक्ष आनंद रामटेके ने बताया कि कोमल प्रसाद सहित पंजियक व उप पंजियक (Registrar and Sub Registrar) को हाईकोर्ट का नोटिस जारी हो गया है। रामटेके ने कहा कि दस्तावेज में कूट रचना करके फर्जी तरीके से अध्यक्ष घोषित करने की साजिश की गई है।

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चार सप्ताह के भीतर उच्च न्यायालय में जबाब देना होगा। साथ ही पंजियक व उप पंजियक को भी न्यायालय ने चार सप्ताह का समय दिया है। कोमल प्रसाद द्वारा एक ही समय में सस्था के दो अलग अलग पद पर बने रहने का रोल बखूबी निभाया। और पंजियक व उप पंजियक व भिलाई इस्पात संयंत्र एससी को भी गुमराह करते रहे।

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इस संबंध में एक याचिका उच्च न्यायालय बिलासपुर (High Court Bilaspur) के समझ सस्था के सस्थापकं एवं पूर्व अध्यक्ष सुनिल रामटेके व वर्तमान अध्यक्ष आनंद रामटेके के द्वारा दायर की। न्यायालय द्वारा पंजियक, उप पंजियक व कोमल प्रसाद को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के अन्दर जवाब देने को कहा है। याचिका में एक ही समय पर दो पद अलग-अलग पद, एक ही नाम में अपने आप को पदाधिकारी बताना। और फर्जी तरीके से तैयार दस्तावेज के माध्यम से उप पंजियक कार्यालय में प्रस्तुत करके अपने पक्ष में निर्णय कराने का दु: साहस किया गया।

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2005 से लेकर 2023 तक के बीएसपी प्रबंधन (BSP Management), सेल प्रबंधन (SAIL Management), राष्ट्रीय अनुसुचित जाति आयोग (National Scheduled Caste Commission) के बैठक के सारे साक्ष्य उच्च न्यायालय (High Court) के समक्ष प्रस्तुत किए गए हैं।

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