SAIL News: वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ईएल इंकैशमेंट का मॉड्यूल खुला, 20 तक आवेदन से इसी सैलरी संग आएगा पैसा

SAIL News: EL encashment module opened for the financial year 2024-25
अर्जित अवकाश नकदीकरण की वर्तमान गणना प्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वर्तमान गणना प्रणाली को बदलने की मांग सीटू ने की है।
  • ईएल इंकैशमेंट माड्यूल BAMS में खुला हुआ है। कर्मचारी और अधिकारी आवेदन कर सकते हैं।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के कर्मचारी और अधिकारी ध्यान दें। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ईएल इंकैशमेंट के लिए आवेदन नहीं किया है तो कर दीजिए। ईएल इंकैशमेंट माड्यूल BAMS में खुला हुआ है। कर्मचारी और अधिकारी आवेदन कर सकते हैं। 20 फरवरी तक आवेदन करते हैं तो इसी माह की सैलरी के साथ राशि मिल जाएगी। अन्यथा अगले महीने की सैलरी से इसका लाभ मिलेगा।

ये खबर भी पढ़ें: वित्त मंत्री की घोषणाओं से भिलाई के व्यापारी गदगद, MSME पर ये बोला चेंबर ऑफ कॉमर्स

इधर-ईएल नकदीकरण गणना सुधार की हो रही मांग

अर्जित अवकाश नकदीकरण की वर्तमान गणना प्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वर्तमान गणना प्रणाली के अनुसार अर्जित अवकाश नगदीकरण हेतु अवकाश वेतन की गणना के लिए मासिक वेतन (मूल वेतन +महंगाई भत्ता) को 30 दिन का महीना मानकर 30 से विभाजित किया जाता है, जबकि 26 कार्य दिवस का महीना मानकर मासिक वेतन को 26 से विभाजित कर प्रतिदिन का वेतन निकालना चाहिए।

ये खबर भी पढ़ें: Union Budget 2025 LIVE Updates: स्टार्ट अप के लिए 10 हजार करोड़ का फंड, पढ़िए ये भी घोषणाएं

कर्मी जितने दिन का अर्जित अवकाश का नगदीकरण करवा रहे हैं, उससे निकाले गए प्रतिदिन का वेतन को गुणा करके प्राप्त राशि का भुगतान करना चाहिए।

ये खबर भी पढ़ें: बजट 2025-26: व्‍यापार में सुविधा देने पर फोकस, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया जीएसटी संशोधन का प्रस्‍ताव

26 दिन का महीना मानकर होती है गणना

सीटू के महासचिव जेपी त्रिवेदी ने कहा कि अर्जित अवकाश गणना के मामले में 26 दिन का माह मानते हुए, मासिक वेतन (मूल वेतन +महंगाई भत्ता) को 26 दिनों से विभाजित कर एक दिन का वेतन की गणना करना उचित है। क्योंकि ग्रेच्युटी के मामले में भी 26 कार्य दिवस का महीना मानकर 1 दिन के वेतन की गणना किया जाता है।

ये खबर भी पढ़ें: पेंशन, FDI, KYC, कंपनियों के विलय पर वित्त मंत्री की बजट 2025 में बड़ी घोषणाएं

एक महीने के अर्जित अवकाश नगदीकरण में हो रहा है 6000 से 20000 का नुकसान

सीटू के उपाध्यक्ष डीवीएस रेड्डी ने कहा कि एक माह के मासिक वेतन को मूल वेतन एवं महंगाई भत्ता अर्जित अवकाश नगदीकरण के रूप में लेने के लिए 30 दिन अर्जित अवकाश को बेचना पड़ता था, जबकि 26 अर्जित अवकाश लेने पर एक मासिक वेतन (एक माह का मूल वेतन एवं महंगाई भत्ता) प्राप्त हो सकता है।

ये खबर भी पढ़ें: बीएसपी मजदूर की लाश उठाने से परिवार ने किया मना, 20 लाख की मांग, ठेकेदार ने नहीं कराया था 10 लाख का इंश्योरेंस

अर्थात हर बार नगदीकरण के समय एक मासिक वेतन लेने हेतु चार अतिरिक्त अर्जित अवकाश देना पड़ रहा है, जिससे कर्मियों को S1 ग्रेड से लेकर S11 ग्रेड तक 6000 से 20000 तक का नुकसान हो रहा है।

ये खबर भी पढ़ें: केन्द्रीय बजट 2025-26 की मुख्य बातें आसान शब्दों में समझिए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ये घोषणाएं