Employees Provident Fund Organisation: कर्मचारी पेंशन योजना 1995, EPFO और केंद्र सरकार, पेंशनर लाचार

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ और केंद्र सरकार को झूठा जुमलेबाज और धोखेबाज तक करार दे दिया गया है।
  • सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग पीएम मोदी और ईपीएफओ के लिए किया जा रहा है, जिसको इस प्लेटफॉर्म पर लिखा नहीं जा सकता है।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। Employees Provident Fund Organisation-EPFO। कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (Employee Pension SCheme 1995) और केंद्र सरकार को लेकर खासा विवादित बयान सामने आ रहा है। पेंशनभोगी की नाराजगी उनके शब्दों से झलक रही है। सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग पीएम मोदी और ईपीएफओ के लिए किया जा रहा है, जिसको इस प्लेटफॉर्म पर लिखा नहीं जा सकता है।

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सोशल मीडिया यूज़र Putra Anjani Sanatani ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ (Employees Provident Fund Pension – EPFO) और केंद्र सरकार को झूठा जुमलेबाज और धोखेबाज तक करार दे दिया गया है। भारत के लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है। कांग्रेस और विपक्ष के निकम्मापन इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है।

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सिर्फ सरकारी लोगों की पेंशन सैलरी बढ़ाकर चुप करवा दिया गया। मुफ्त की रेवड़ी बाट दी गई। इसके अलावा दिल्ली जीतने के लिए जुमला दिया गया। वही, पेंशनर Munukutla Nagendra Babu ने कहा-ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन वृद्धि पर बेताब न हो, क्योंकि NAC नेता इस पर अपना जोरदार प्रयास कर रहे हैं। यदि कोई उचित सुझाव देकर उनकी मदद करे तो इस महान कार्य के लिए मददगार साबित हो सकता है। आप सभी के सुझाव लक्ष्य तक पहुँचने में बढ़ावा देने वाला तत्व होंगे।

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