Breaking News: हड़ताल करने वाले कर्मचारियों का प्रमोशन बहाल, पूर्व ED वर्क्स अंजनी कुमार का मौखिक आदेश बेअसर

Breaking News Promotion of striking employees restored verbal order of former ED Works Anjani Kumar ineffective (1)

ईडी वर्क्स के रिटायरमेंट के बाद स्थानीय प्रबंधन ने नियम के तहत सही फैसला लिया और प्रमोशन को बहाल कर दिया है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल में बकाया एरियर आदि विषयों को लेकर हड़ताल करने वाले कर्मचारियों का अब प्रमोशन बहाल कर दिया गया है। बीएसपी के पूर्व ईडी वर्क्स अंजनी कुमार के मौखिक आदेश पर प्रमोशन को रोक दिया गया था। संयुक्त यूनियन इंटक, एटक, सीटू, एचएमएस, एक्टू, लोईमू एवं स्टील वर्कर्स यूनियन, बीएमएस का प्रयास सफल रहा।

ईडी वर्क्स के रिटायरमेंट के बाद स्थानीय प्रबंधन ने नियम के तहत सही फैसला लिया और प्रमोशन को बहाल कर दिया है। संयुक्त यूनियन का कहना है कि अंजनी कुमार की गलतियों को सुधार लिया गया है। कर्मचारियों का प्रमोशन बहाल होने का पूरा श्रेय ईडी एचआर पवन कुमार को दिया जा रहा है।

खास बात यह हैकि बगैर माफी मांगे प्रमोशन बहाल किया गया है। क्वालिफिकेशन बेस्ट कॅरियर ग्रोथ-QBCG में कवर होने वाले 57 कर्मियों को शनिवार को प्रमोशन ऑर्डर मिल गया। सीनियरिटी 31 दिसंबर 2024 से दी गई है।

2 साल के ट्रेनिंग पीरियड को प्रमोशन में जोड़ने की बात थी। जिनका 2 साल बचा है, उन्हें वंचित किया जा रहा था। अब लाभ मिलेगा। वहीं, डिपार्टमेंट प्रमोशन कमेटी-डीपीसी जून में होगा, बचे कर्मचारियों को प्रमोशन दे दिया जाएगा।

संयुक्त यूनियन के संयोजक वंश बहादुर सिंह का कहना है कि कार्यपालक निदेशक मानव संसाधन पवन कुमार की सकारात्मक सोच एवं दृढ़ इच्छा शक्ति के कारण यह संभव हो पाया है। संयुक्त यूनियन पवन कुमार एवं एवं उनकी टीम का आभार व्यक्त करती है। पवन कुमार को ही पूरा श्रेय दिया जा रहा है।

संयुक्त यूनियन नेताओं ने बताया ईडी वर्क्स कार्यालय की गलतियों की वजह से कर्मचारियों को उनके लाभ से वंचित किया जा रहा था। इस मामले को लेकर ईडी वर्क्स कार्यालय का घेराव तक किया गया था।

अंजनी कुमार के खिलाफ संयुक्त यूनियन ने मोर्चा खोल दिया था। दबी जुबानी अधिकारियों ने भी कहना शुरू कर दिया था कि कर्मचारियों के साथ अन्याय हुआ। नियम-कायदे के तहत फैसला लेना था। लेकिन, पूर्व ईडी वर्क्स के मौखिक आदेश पर प्रमोशन रोक दिया गया था।