- इंडियन आयल को बचाने की जंग है।
- 25 मान्यता प्राप्त यूनियनों की बैठक एटक कार्यालय में हो चुकी।
- इंडियन आयल की पाइपलाइन आसाम से गुजरात तक फैली है।
- अडानी की नजर टिकी है। लोकेशन को बर्बाद किया जा रहा है।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Indian Oil Corporation) के कर्मचारी एक दिन की हड़ताल पर जा रहे हैं। 7 अक्टूबर को देशव्यापी हड़ताल है। आइओसीएल (IOCL) की 25 मान्यता प्राप्त यूनियनों के संयुक्त मोर्च ने प्रबंधन को ललकार दिया है।
अडानी की दखल से भड़के ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल का फैसला लिया है। हड़ताल को वापस कराने के लिए मंत्रालय के निर्देश पर केंद्रीय मुख्य श्रमायुक्त ने प्रबंधन और ट्रेड यूनियन नेताओं के साथ 3 अक्टूबर को दिल्ली में बैठक बुलाई है। इसमें सभी पक्षों को समझाने की कोशिश की जाएगी। हड़ताल से होने वाले नुकसान पर फोकस होगा।
बता दें कि प्रबंधन की अपील पर ट्रेड यूनियन नेताओं ने हवाई सेवा को प्रभावित करने का इरादा छोड़ दिया है। एयरपोर्ट को होने वाली सप्लाई पर किसी तरह का असर हड़ताल का नहीं होगा। जबकि देशभर में इसका असर दिखाने का दावा किया जा रहा है।
हड़ताल पर विद्यासागर गिरी बोले…
एटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व आल इंडिया स्टील वर्कर्स फेडरेशन के उपाध्यक्ष विद्यासागर गिरी ने हड़ताल के कारणों पर विस्तार से जानकारी दी। सूचनाजी.कॉम से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा-सबसे ज्यादा प्रॉफिट देने वाली महारत्न कंपनी इंडियन आयल को बचाने की लड़ाई है।
इसे भी अडानी को धीरे-धीरे सौंपा जा रहा है। इंडियन आयल को बचाने की जंग है। 25 मान्यता प्राप्त यूनियन नेताओं की एटक कार्यालय में बैठकें हो चुकी है। इंडियन आयल की पाइपलाइन आसाम से गुजरात तक फैली है। अडानी की नजर टिकी है। लोकेशन को बर्बाद किया जा रहा है।
इंडियन आयल के मैनपॉवर को जानिए, कहां-कितने
32 हजार: कुल कर्मचारी-अधिकारी
14 हजार: इंडियन आयल में कर्मचारी
1 हजार: पाइपलाइन में 155 यूनिट में कार्यरत
4000: मार्केटिंग के 500 लोकेशन पर 4000 कर्मचारी
155: नार्थ इंडिया में इंडियन आयल के लोकेशन
160: इस्टर्न इंडिया के लोकेशन
145: दक्षिण भारत के लोकेशन
120: वेस्टर्न इंडिया के लोकेशन