Bhilai Steel Plant: ठेका श्रमिकों की रिटायरमेंट उम्र हो 60 वर्ष, मजदूरी देने के बाद वापस ले रहे ठेकेदार, कोई लगाम नहीं

  • अधिकांश कार्य ठेका श्रमिकों द्वारा ही किया जा रहा है और ठेका श्रमिकों की संख्या 20 हजार से ऊपर हो गई है। इसलिए यूनियन ने मांग की है कि सभी ठेका श्रमिकों की उम्र 60 वर्ष होनी चाहिए।


सूचननाजी न्यूज, भिलाई। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के कार्यकारिणी की बैठक सेक्टर 4 यूनियन कार्यालय में हुई। अध्यक्ष संजय कुमार साहू ने ठेका श्रमिकों को मेडिकल से हो रही परेशानी और अनफिट होने के विषय में भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन एवं उपसंचालक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा दुर्ग से की गई चर्चा की जानकारी दी। समस्या के निदान के विषय में किए गए समाधान के विषय में पूर्ण जानकारी दी। अब श्रमिकों को बीमारी के विवरण एवं इलाज का समाधान के लिए बीएसपी के मेडिकल चेकअप में ही डॉक्टर की व्यवस्था की जाएगी, जिससे कि बीमारी के पता चलने पर उसे इलाज की पूर्ण जानकारी दी जाएगी।

ये खबर भी पढ़ें:  Rourkela Steel Plant: रिटायरमेंट के बाद जीवन में होने वाले बदलावों से आसानी से निपटने का सीखा तरीका

उपाध्यक्ष आर दिनेश ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र में ठेका श्रमिकों का सेवानिवृत्त की उम्र अलग-अलग है। एचएसएलटी एवं राजहरा माइंस में ठेका श्रमिकों कि सेवानिवृत्त उम्र 60 वर्ष है और भिलाई इस्पात संयंत्र में नियमित कर्मचारियों की उम्र भी 60 वर्ष है। सभी की कार्यशैली एक है।

भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा अलग-अलग नियमों से ठेका श्रमिकों में काफी आक्रोश है। अधिकांश कार्य ठेका श्रमिकों द्वारा ही किया जा रहा है और ठेका श्रमिकों की संख्या 20 हजार से ऊपर हो गई है। इसलिए यूनियन ने मांग की है कि सभी ठेका श्रमिकों की उम्र 60 वर्ष होनी चाहिए।

ये खबर भी पढ़ें:  Bokaro Steel Plant: E0 प्रमोशन पाने वाले 100 कर्मचारी शामिल होंगे अधिकारियों के सोशल मीडिया परिवार में, 4 लोगों का रिजल्ट विथेल्ड होने पर बवाल शुरू

ब्लास्ट फर्नेस में नहीं मिल रहा है एडब्ल्यूए, वेतन देने के बाद ले लिया जा रहा है वापस
ब्लास्ट फर्नेस से सदस्यता ग्रहण करने के बाद श्रमिकों ने बताया कि ब्लास्ट फर्नेस के ऑपरेशन एवं मैकेनिकल मेंटेनेंस एवं इलेक्ट्रिकल में ठेकेदारों द्वारा एवं अन्य कंपनियों द्वारा ठेका श्रमिकों को हाट शॉप और डस्ट एरिया में कार्य करने के बाद भी 305 रुपया एवं 350 रुपया वेतन दिया जाता है एवं अधिकांश ठेकेदारों द्वारा एडब्ल्यूए की राशि 2300 रुपया प्रति माह भी नहीं दिया जाता।

बैंक में वेतन डालने के पश्चात बाकी रकम को वापस ले लिया जाता है। नहीं देने पर गेट पास वापस लेने। यह गेट पास नहीं बनाने की धमकी देते हैं। ऑपरेटिंग अथॉरिटी या अधिकारी से शिकायत करने पर अधिकारी द्वारा ठेकेदार द्वारा कम राशि में ठेका लेने की बात करते हैं।

ये खबर भी पढ़ें:  SAIL E0 Promotion Result: सेल चेयरमैन पर टिप्पणी से सस्पेंड और कर्मचारियों की मुखबीरी करने वाले भी बने अधिकारी, पढ़िए बीएसपी के 227 नए अफसरों के नाम

रिटायरमेंट उम्र 60 वर्ष के लिए राज्य सरकार से होगी चर्चा
अध्यक्ष संजय कुमार साहू ने कहा-सेवानिवृत्त उम्र 60 वर्ष कराने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन एवं राज्य सरकार से चर्चा की जाएगी। अन्य विषयों पर समाधान निकालने एवं पूरा वेतन दिलाने के लिए प्रबंधन से कार्रवाई करने के लिए चर्चा की जाएगी।

कार्यकारिणी की बैठक में सीपी वर्मा, आर दिनेश, मनोहर लाल, सुरेश कुमार, दीनानाथ सिंह, गुरुदेव साहू, जसवीर सिंह, खुर्शीद कुरेशी, रिखी राम साहू, गुलाब दास, संतोष ठाकुर, दामन लाल नारायण, ज्ञानेश्वर, अनिल कुमार, कोला राजू, बसंत चेलक, अशोक कुमार, मोतीलाल राम कुमार, सपहा एवं अन्य कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित थे।