- केवल जंगल राज की तरह वातानुकूलित कमरों मे अपने दिल्ली वाले आकाओ के मनमाफिक रणनीति के तहत फैसले लिए जाते हैं।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई टाउनशिप के बदलते स्वरूप को लेकर चिंता जाहिर की जा रही है। बीएसपी द्वारा संचालित सेक्टर 9 हॉस्पिटल से पहले अंग्रेजी माध्यम स्कूल और मैत्रीबाग के निजीकरण के खिलाफ आवाज उठनी शुरू हो गई है। नगर पालिका निगम भिलाई के मेयर इन काउंसिल के प्रभारी सदस्य एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री सीजू एन्थोनी ने चिता प्रकट की है।
कांग्रेसी नेता एवं बीएसपी कांट्रैक्टर एसोसिशन के पदाधिकारी ने कहा-भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा एक-एक कर विभागों को निजीकरण की ओर बढ़ाया जाने वाला हर कदम भिलाई वासियो के मौलिक अधिकारों के हनन की ओर कदम बढ़ा रहा है, क्योंकि प्रबंधन पूर्व मे ऑक्सीजन प्लांट, पावर प्लांट जैसे प्रमुख इकाईयों को अन्य हाथों में सौंपकर निजीकरण की शुरुआत कर दी थी।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा समय समय पर विरोध तो किया गया। परन्तु कहीं न कहीं समर्पण एवं वैचारिक एकजुटता की कमी के कारण सेल प्रबंधन अपने मकसद मे कामयाब हो गया। इन्हीं क्रम को आगे बढ़ाते हुए कई विभागों में नियमित भर्तियों को बंद कर ठेका पद्धति से मानव संसाधनों की कमी को पूरा किया जाने लगा।
यह सर्व विदित है कि ठेका पद्धति में सभी संबंधित पक्ष धन लाभ को प्राथमिकता देते हैं। इस वजह से सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम निजीकरण की राह पर चल पड़ रहे है। इसी क्रम मे चिकित्सा सेवा जैसे अति महत्वपूर्ण विभाग को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की जा रही है, जिसके दुष्परिणाम ज्यादा होंगे। निजी क्षेत्र सेवा भावना के अभाव से ही ज्यादातर कार्य करते है। चिकित्सा क्षेत्र मे निजीकरण का सीधा मतलब स्वास्थ्य सेवा का व्यवसायिकरण है, जो भिलाई वासियों को कतई स्वीकार नहीं है।
सीजू एंथोनी ने कहा-टाउनशिप के आवासों में रह रहे पूर्व बीएसपी कर्मी चाहे वह लीज, लाइसेन्स, रिटेंशन, किसी भी पद्धति से रह रहे हो, बीएसपी प्रबंधन द्वारा बिना किसी भी समूह जिसमे ट्रेड यूनियन, बीएसपी कांट्रेक्टरस एंड वेलफेयर सोसायटी, बीएसपी अधिकारी संघ, भूतपूर्व अधिकारी संघ, श्रमिक यूनियन, लीज संघर्ष समिति, राजनैतिक दल आदि जैसे संगठनों से ना तो कोई चर्चा की जाती है, ना तो इनके अस्तित्व को माना जाता है।
केवल जंगल राज की तरह वातानुकूलित कमरों मे अपने दिल्ली वाले आकाओ के मनमाफिक और दिल्ली को प्रसन्न करने की रणनीति के तहत फैसले लिए जाते हैं। जैसे अब रिटेंशन किराया 32गुणा, 26 गुणा आदि,अगले सत्र से स्कूल बंद, चिकित्सालय निजी कंपनी को, टाउनशिप को अधिग्रहित करने फला फला कम्पनी भिलाई में आई है।
सीजू एन्थोनी ने बीएसपी प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रबंधन अपने दिल्ली बैठे आकाओ को स्पष्ट रूप से बता दें, ज़ब तक भिलाईवासियों के रगो मे हमारे पुरखों का लहू बह रहा है। तब तक भिलाई के अस्तित्व की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
ज्ञातव्य हो कि 27000 ठेका श्रमिकों के परिवार को भी बीएसपी की मूलभूत सुविधाएं शिक्षा एवं स्वास्थ्य , समान वेतन प्रदान की जाए, क्योंकि यही ठेका श्रमिक नियमित कर्मचारियों के विकल्प के तौर पर कार्य कर रहे हैं। दिल्ली वाले यह जान लें कि भिलाई इस्पात संयंत्र, जिसे हमारे पुरखों ने अपने खून-पसीने से बनाया है। उसकी रक्षा समस्त भिलाईवासी करेंगे और भिलाई की पहचान मिटने नहीं देंगे।












