आरएफआईडी कार्ड चिपयुक्त होगा, जिसे सर्वर के साथ कनेक्ट किया जाएगा। कार्ड में श्रद्धालु की फोटो के साथ पूरी जानकारी होगी। कार्ड में दर्शन-पूजन का समय व उसकी समाप्ति की तिथि और समय अंकित रहेगा।
विकास पाठक, वाराणसी। काशी धाम जाने का प्लान बना रहे हैं तो ये खबर आपके लिए खास है। काशी विश्वनाथ मंदिर में सुगम दर्शन व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। 15 जून से सुगम दर्शन शुल्क जमा करने पर श्रद्धालुओं को बारकोड वाली पर्ची की जगह रोडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन-आरएफआईडी(RFID) कार्ड दिया जाएगा। पर्ची वाली व्यवस्था खत्म हो जाएगी।
कार्ड एक्टिवेट होने के बाद श्रद्धालु मंदिर प्रशासन की निगरानी में रहेंगे। गेट नंबर चार से विश्वनाथ धाम में प्रवेश करने के बाद मंदिर प्रशासन की टीम सुगम दर्शन कराएगी। जो श्रद्धालु ऑनलाइन बुकिंग कराएंगे, उन्हें भी मंदिर के हेल्प डेस्क से कार्ड प्राप्त करना होगा। पिछले दिनों सुगम दर्शन पर्ची में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद मंदिर प्रशासन ने आरएफआईडी कार्ड जारी करने का निर्णय लिया है।
आरएफआईडी कार्ड चिपयुक्त होगा, जिसे सर्वर के साथ कनेक्ट किया जाएगा। कार्ड में श्रद्धालु की फोटो के साथ पूरी जानकारी होगी। कार्ड में दर्शन-पूजन का समय व उसकी समाप्ति की तिथि और समय अंकित रहेगा। समय बीतने के बाद कार्ड निष्क्रिय हो जाएगा। कार्ड की जांच के लिए मंदिर परिसर में कार्ड रीडर स्थापित किए जाएंगे।
कार्ड धारक के मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही रेडियो फ्रीक्वेंसी के जरिए सूचना कंट्रोल रूम को मिल जाएगी। दर्शन-पूजन के बाद इस कार्ड को मंदिर प्रशासन को वापस करना होगा।
यह प्रयोग सफल रहने पर दूसरे चरण में मंदिर के कर्मचारियों, धाम परिसर में बने गेस्ट हाउस में ठहरने वाले लोगों, दुकानदारों और दैनिक दर्शनार्थियों को भी कार्ड जारी किए जाएंगे। कार्ड के जरिए सुगम दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के बारे में सटीक जानकारी मिलने से दर्शनार्थियों की संख्या को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।