AITUC Foundation Day: 103 साल के संघर्षों को बोकारो में किया याद, पढ़िए क्या रहा खास

  • स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की अध्यक्षता में एटक की स्थापना हुई थी।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। 31 अक्टूबर को एटक (AITUC) का स्थापना दिवस मनाया गया। सबसे पहले गुरूदास दास गुप्ता के पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। स्थापना दिवस के अवसर पर यूनियन के आरएमपी विभाग (RMP Department) द्वारा यूनियन कार्यलय (Union Office) को कंप्यूटर भेंट किया गया।

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अध्यक्षता एमपी सिंह (MP Singh) ने किया। सभा को संबोधित करते हुए यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि मजदूर वर्ग राजनीतिक संघर्ष में हस्तक्षेप कर अपनी हिफाजत के साथ-साथ देश एवं समाज की हिफाजत के लिए आगे बढ़े 31 अक्टूबर भारत के मजदूर आंदोलन का महान ऐतिहासिक दिवस है, जिस दिन भारत के मजदूर वर्ग का रहनुमा वर्ग संगठन एटक की स्थापना आज से 103 वर्ष पूर्व मुंबई में हुई थी।

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मजदूर वर्ग जिसे आधुनिक मानव समाज के नियता संचालक मुख्य  और वास्तविक उत्प्रेरक वह अपने वर्ग की शक्ति को एकजुट कर ब्रिटिश गुलामी काल में एक राष्ट्रव्यापी संगठन अखिल भारतीय ट्रेड कांग्रेस एटक का गठन किया गया।

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स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय (Freedom fighter Lala Lajpat Rai) की अध्यक्षता में एटक की स्थापना हुई थी। आज हम वैसे समय में स्थापना दिवस मना रहे हैं एक बार पुनः वैश्विक स्तर पर युद्ध उन्मादी लुटेरे साम्राज्यवादी शक्तियां दुनिया को युद्ध में झोंक कर अपना हथियार का कारोबार बढ़ाने और अपनी पूंजीवादी संकट से निकलने का मार्ग ढूंढ रही हैं। इससे मानवता का विनाश का खतरा मंडरा रहा है। इन विनाशकारी नीतियों को आगे बढ़ाने में वर्तमान केंद्र सरकार भी साम्राज्यवाद के साथ खड़ी है। अंग्रेजों से लड़के हासिल किया गया।

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श्रमिक नेताओं ने कहा-श्रम कानून को भारत सरकार बदलकर मजदूर वर्ग पर हमला तेज कर दिया है। हड़ताल करने जैसे कानून, ट्रेड यूनियन करने का फंडामेंटल राइट्स को खत्म करने ने की कोशिश की जा रही है। देश के सरकारी कल कारखानों को बेचने की व्यवस्था की जा रही है।

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कार्यक्रम में एमपी सिंह, बृजेश कुमार, सत्येंद्र कुमार, बीके लहरी, नरेंद्र कुमार, कृष्णा राम, एमए अंसारी, राफतउल्लाह, गौरी कुमार, एम बिंदनी, के तिर्की, एसके निषाद, प्राण सिंह, पप्पू, ओम प्रकाश, आईडी प्रसाद, दिलीप, नंद किशोर सिंह, आरआर दास, आरएस डे, डी मंडल, राजीव, जितेंद्र शर्म,वीरेंद्र तिवारी आदि।

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