सूचनाजी न्यूज, बोकारो। BSL अनाधिशासी कर्मचारी एसोसिएशन (BSL Non-Executive Employees Association) ने उत्पादन संबंधित पे मांगों को पूरा किए जाने के लिए हुंकार भरी। सिंटर प्लांट CGM ऑफिस के निकट जोरदार प्रदर्शन किया गया हैं। प्रदर्शन में सिंटर प्लांट में सेवारत अधिकांश कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
BAKS के पदाधिकारियों ने कहा कि SAIL मैनेजमेंट के एकतरफा बोनस/एएसपीएलआईएस फॉर्मूला और उक्त फॉर्मूले पर इंटक, BMS, HMS के लीडर्स के द्वारा सिग्नेचर करने के चलते BSL कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त हैं।
19.2 मिलियन टन क्रूड स्टील प्रोडक्शन, 12,400 करोड रुपए एबिटा होने के बाद भी BSL और SAIL कर्मचारियों को सिर्फ 23 हजार (23,000) रुपए बोनस जबरिया अकाउंट में भेजा गया।
पहले वेज रीविजन, रात्रि पाली भत्ता फिर बोनस फॉर्मूले में NJCS संविधान का उल्लंघन कर आम सहमति की जगह बहुमत से निर्णय लेने की परिपाटी लागू की गई। इसके विरुद्ध किसी भी यूनियन नेता ने अवाज नहीं उठाई। सभी ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर SAIL मैनेजमेंट का सपोर्ट ही किया है।
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए BAKS के अध्यक्ष हरिओम ने बताया कि कुंभकर्ण भी छह महीने जागता था, क्योंकि उसे भूख लगती थी। हम SAIL / BSL कर्मी 94 महीने से लाखों रुपए गंवा कर भी निद्रा से जागृत नहीं हो पाए है। हमें अपनी कुंभकर्णी निद्रा को तोड़नी ही होगा। मैनेजमेंट को पता हैं कि सिग्नेचर करने वाले राजेन्द्र, विरेन्द्र और देवेन्द्र जैसे लीडर्स को कर्मियों का सपोर्ट हासिल नहीं हैं।
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संघ के महासचिव दिलीप कुमार ने कहा कि SAIL मैनेजमेंट और NJCS लीडर मीटिंग, सीटिंग, इटिंग तो करते ही हैं लेकिन अब कर्मियों के साथ चीटिंग भी करने लगे हैं।
अब वक्त आ गया हैं कि NJCS और BSL में कर्मियों का प्रतिनिधित्व निर्वाचित यूनियन और उसके निर्वाचित लीडर ही करें।
विरोध प्रदर्शन को अतुल सिंह, विकास महथा और सिकंदर ने भी संबोधित किया।