- कर्मियों के पर्सनल रिकार्ड को दुरुस्त करने सीटू दिया था 29 मार्च 2023 को पत्र।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल भिलाई स्टील प्लांट के कार्मिकों के लिए अच्छी खबर है। लंबे समय से चलती आ रही गलतियों को सुधारने का मौका दिया जा रहा है। दस्तावेजों में गलत नाम आदि दर्ज होने से परेशानी होती है, जिसको सीटू की मांग पर सुधारने का मौका दिया जा रहा है।
सीटू ने 29 मार्च 2023 को प्रबंधन को पत्र देकर अलग-अलग फोरम में कार्यपालक निदेशक (एचआर), महाप्रबंधक (एचआर) स्तर पर इस बात को उठाता रहा है कि संयंत्र में भर्ती होते समय साक्षांकन फॉर्म भरते समय अथवा समय-समय पर आवश्यक जानकारी देते हुए दस्तावेज भरते समय जिन कर्मियों से कुछ भी त्रुटि हुई है, उन कर्मियों के आश्रितों के नाम की स्पेलिंग, जन्मतिथि, नामिनी की स्थिति इत्यादि को सही करने हेतु आवश्यक कार्यवाही कर मौका दिया जाए। जिस पर प्रबंधन ने सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया था।
अब ई सहयोग में आनलाइन सुधार सकते है फॉर्म भरते समय हुई त्रुटियां
प्रबंधन द्वारा उठाए गए कदम के चलते कर्मियों द्वारा अपने आश्रितों के संदर्भ में त्रुटियों को सुधार करने का मौका मिला है। प्रबंधन ने कर्मियों के ई सहयोग में आनलाइन एप्लीकेशन के एप्लीकेशन वाले खंड में फैमिली और नामिनेशन स्टेटस रि-वेलिडेशन डिक्लेरेशन डाल दिया है, जिसको कर्मचारी द्वारा आश्रितों के नाम की स्पेलिंग, जन्मतिथि,नामिनी की स्थिति इत्यादि को वास्तविक प्रमाण पत्रों से सावधानी पूर्वक मिलान कर सबमिट करना है। इस तरह की जांच कर्मचारी द्वारा स्वयं की जा सकेगी।
इस व्यवस्था से कर्मियों को मिलेगा लाभ
आज के डिजिटलाइजेशन युग में आश्रितों के नाम अथवा अन्य डिक्लेरेशन में उनके मूल प्रमाणपत्रों के साथ अंतर होने पर पेंशन, नौकरी के दौरान निधन होने पर अंतिम भुगतान, क्लेम इत्यादि में समस्या आती है। और एक बार कर्मी सेवानिवृत होने अथवा मृत्यु हो जाने की स्थिति में उनके दस्तावेजों अथवा संयंत्र में दर्ज रिकॉर्ड में किसी भी किस्म का बदलाव नहीं किया जा सकता है इसीलिए इसे आज ही देखकर सही किया जाना जरूरी है।
सीटू ने किया भिलाई के कार्मिक प्रबंधन का धन्यवाद
महासचिव जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी ने प्रबंधन के द्वारा कर्मियों के कार्मिक रिकॉर्ड में सुधार करने के लिए दिए गए मौके के लिए सीटू ने कार्मिक प्रबंधन का धन्यवाद किया, क्योंकि संगठन के सामने ऐसे अनेकों मामले आते रहे हैं जिसमें नाम की स्पेलिंग मिस्टेक अथवा दूसरे छोटी-छोटी त्रुटियों के चलते कर्मी के मृत हो जाने अथवा सेवानिवृत हो जाने के बाद सुधार की गुंजाइश खत्म हो जाने के कारण उन कर्मियों के परिजनों को भटकना पड़ा है, जिसे दुरुस्त करने का मौका इस बार प्रबंधन ने दिया है।
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