Big Breaking News: भिलाई स्टील प्लांट में 32 लाख का कॉपर क्वायल चोरी, निशाने पर CISF-Police

सीआइएसएफ का कहना है कि जब ताला टूटा नहीं तो माल गायब कैसे हुआ है? ग्रुप प्रभारी समेत 4 लोगों से पूछताछ की जा रही है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल (SAIL) के भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) से एक बड़ी खबर आ रही है। स्टोर रूम से 32 लाख का कॉपर क्वायल चोरी हो गया है। ताला टूटा नहीं और माल पार हो गया। 16 बाक्स क्वायल चोरी होने से हड़कंप मचा हुआ है।

छानबीन के बाद लकड़ी का बॉक्स बरामद किया गया है, लेकिन माल अब भी गायब है। वहीं, चर्चा यह भी है कि पुलिस ने कुछ माल पकड़ा है, जिसकी फोटो भट्‌ठी थाने के सिपाही ने बीएसपी (BSP) के अधिकारियों को थाना परिसर में ही दिखाया है।

इस आरोप को टीआई ने खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि मेरे पास क्वायल मिसिंग की लिखित शिकायत आई है, जांच की जा रही है। मौका मुआयना और सीसीटीवी (CCTV) खंगालने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। वहीं, पूरे प्रकरण पर सीआइएसएफ (CISF) बीएसपी (BSP) के चार कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है।

लकड़ी का बॉक्स बरादम

लगातार पूछताछ के बाद भी अब तक कुछ भी पकड़ में नहीं आ सका है। प्लांट के अंदर से माल बाहर जाना और लकड़ी की पेटी बरामद होने से सीआइएसएफ पर एक बार फिर सवाल उठ गया है। बीएसपी की सुरक्षा की कमान सीआइएसएफ संभालती है। लगातार चोरी की वारदात ने सीआइएसएफ (CISF) की चुस्ती पर भी सवाल उठा दिया है।

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बता दे कि साल 2018 में टीपीएल से इसी तरह कॉपर का तार चोरी हुआ था। चोरी के आरोप में सीआइएसएफ के 3 जवान गिरफ्तार किए गए थे।

27 तारीख को आया था क्वायल का बंडल

बताया जा रहा है कि मैग्नेट क्रेन में लगने वाले कॉपर क्वायल का 16 बाक्स 27 अक्टूबर को बोरिया स्टोर में रखा गया था। एक बाक्स का वजन करीब एक क्विंटल है।

32 लाख का माल बताया गया है। 30 तारीख तक माल था। 3 तारीख को ईआरएस के एमटीआरएस की टीम पहुंची तो देखा कि क्वायल गायब है। एक-दो दिन तक खोजबीन होती रही।

BSP अफसरों ने CISF को दी जानकारी

क्वायल गायब होने और खोजबीन के बाद अधिकारियों सीआइएसएफ से शिकायत किया। सीआइएसएफ 5 नवंबर से खोजबीन में जुट गई। बाउंड्री वाल के बाहर लकड़ी का बॉक्स मिला।

करीब 3 बाई 4 की साइज का बाक्स को बाहर कैसे ले जाया गया, यह बड़ा सवाल है। सीआइएसएफ का कहना है कि जब ताला टूटा नहीं है। माल गायब कैसे हुआ है? शेड में बैठे तीन लोगों और ग्रुप प्रभारी से पूछताछ शुरू कर दी गई है।

देर रात तक पूछताछ पर आपत्ति

सीआइएसएफ द्वारा विभागीय कर्मचारियों को देर रात तक बैठाकर पूछताछ करने पर आपत्ति दर्ज कराई गई है। इंटक के महासचिव वंश बहादुर सिंह का कहना है कि कर्मचारियों का परिवार परेशान हो रहा था। मेरे पास शिकायत आई थी। सीजीएम पर्सनल और जीएम आइआर से मैंने शिकायत की थी। कर्मचारियों को सुबह से बुलाकर पूछताछ करने की मांग किया। देर रात तक दफ्तरों में रोकने से गलत संदेश जा रहा है।