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विधानसभा चुनाव: भिलाई स्टील प्लांट की संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा का बड़ा बयान

विधानसभा चुनाव: भिलाई स्टील प्लांट की संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा का बड़ा बयान
  • कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की गई है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के संयुक्त ट्रेड यूनियनों (Joint Trade Unions)  की बैठक इंटक कार्यालय (INTUC) में हुई। चर्चा पश्चात भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel plant) में कार्यरत कर्मियों, उनके परिजनों एवं आम जनता से अपील किया गया कि मौजूदा विधानसभा चुनाव में भिलाई नगर विधानसभा, वैशाली नगर विधानसभा, दुर्ग ग्रामीण विधानसभा, दुर्ग शहर विधानसभा सहित संयंत्र के कर्मियों के निवासरत सभी क्षेत्रों में कांग्रेस के पक्ष में मतदान करें एवं भाजपा को परास्त करें।  बैठक में इंटक, सीटू, एटक, एचएमएस, ऐक्टू, लो ई मू, इस्पात श्रमिक मंच, स्टील वर्कर्स यूनियन के नेता शामिल थे।

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यूनियन नेता बोले-मजदूर विरोधी नीतियों को लागू करता रहा है भाजपा

चर्चा के दौरान संयुक्त यूनियनों के नेताओं ने कहा कि अभी तक सेल के अंदर 9 वेतन समझौता को पूर्ण किया जा चुका है। l 1 जनवरी 2017 से लागू होने वाले 10वां वेतन समझौता का पूर्ण होना बाकी है। पूर्व के सभी 9 वेतन समझौता में कभी भी कर्मियों के वेज रिवीजन का एरियर्स नहीं रोका गया, किंतु पहली बार ऐसा हुआ है कि केंद्र में स्थित मौजूदा भाजपा सरकार ऐसे ऐसे नीतियों को बनाकर सार्वजनिक उद्योग के प्रबंधन को निर्देशित कर रही है, जिसके कारण सेल के कर्मियों का 39 महीने का एरियर्स रोका गया है केंद्र सरकार का हवाला देकर सेल प्रबंधन ने कर्मियों के असीमित ग्रेच्युटी को 20 लाख तक सीमित कर दिया है।

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श्रम कानून में बदलाव कर सप्ताह में 70 घंटा काम करवाने के भाजपा एवं उनके कॉर्पोरेट मित्रों के मंसूबों को लागू करवाने का प्रयास जारी है l भाजपा सरकार ने ही 29 श्रम कानून को खत्म कर मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं को बनाया है l ऐसी स्थिति में इस विचारधारा को परास्त करना बहुत जरूरी है।

बायोमेट्रिक पर हुए बयान बाजी का संयुक्त यूनियनों ने किया विरोध

संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा के नेताओं ने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद सबसे पहले मंत्रालय के विभिन्न विभागों में बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम को बलपूर्वक लागू करवाया गया आज चुनाव को देखते हुए वोटो के खातिर भाजपा के स्थानीय नेता 2014 के मसौदे का हवाला देकर संयुक्त यूनियनों पर ठीकरा फोड़ने की कोशिश कर रहे है।

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यदि भाजपा सरकार बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम के खिलाफ थी तो केंद्र सरकार को बोलकर इस पर रोक लगवा सकती थी। किंतु उनके कथनी और करनी में जमीन आसमान का फर्क है। इसीलिए यह सब बयानबाजी चुनावी जुमले के सिवाय कुछ भी नहीं है, जिसका संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा कड़े शब्दों में विरोध करते हुए निंदा करता है। सभी से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील करता है।

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