- मजदूर ब्रजेश 90 प्रतिशत तक झुलसे हैं। जबकि दो अन्य 60 प्रतिशत और 35 प्रतिशत तक झुलसे हैं।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल के बोकारो स्टील प्लांट के स्टील मेल्टिंग शॉप-2 हादसे पर बड़ा अपडेट है। हॉट मेटल की चपेट में आने से 3 मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए हैं। मजदूर ब्रजेश 90 प्रतिशत तक झुलसे हैं, जबकि दो अन्य 60 प्रतिशत और 35 प्रतिशत तक झुलसे हैं। घायलों के बेहतर इलाज के लिए भी उच्च प्रबंधन बड़े फैसले लेने को तैयार है। कहीं अगर एयर लिफ्ट करने की नौबत आई तो वह भी किया जाएगा। सेल के दूसरे स्टील प्लांट के चिकित्सकों से भी विचार-विमर्श डाक्टर कर सकते हैं।
इस हादसे से उच्च प्रबंधन भड़का हुआ है। संकेत दे दिए जा रहे हैं कि दो-चार अधिकारियों पर गाज गिरनी तय है। राउरकेला स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज अतिरिक्त प्रभार बोकारो आलोक वर्मा सोमवार को बीएसएल पहुंच रहे हैं। बीएसएल के अधिकारियों के मुताबिक सबसे पहले वह बोकारो जनरल हॉस्पिटल में भर्ती घायलों से मिलेंगे। इसके बाद घटनास्थल पर जाएंगे। मौका-मुआयना के बाद उच्चाधिकारियों के साथ मीटिंग होगी।
इस मीटिंग में कुछ बड़ा फैसला लिया जा सकता है, क्योंकि लगातार हो रहे हादसे से सेल के सीएमडी अमरेंदु प्रकाश व डीआइसी अलोक वर्मा खासा नाराज हैं। यही वजह है कि पिछले दिनों ब्लास्ट फर्नेस हादसे पर 2 जीएम को सस्पेंड कर दिया गया था।
क्रेन का रोप टूटने से हादसा हुआ है
रविवार दोपहर करीब 3 बजे एसएमएस 2 में क्रेन का रोप टूटने से लेडल का हॉट मेटल जमीन पर गिर गया था। इससे भीषण आग लगी। तीन मजदूर भी जख्मी हुए। घायलों में ब्रजेश, प्रवीण और ओम प्रकाश का नाम है।
सेफ्टी टॉक-सेफ्टी वॉक क्यों भूल रहे…
बीएसएल के उच्चाधिकारियों का साफ संदेश है कि प्रोडक्शन से कहीं ज्यादा सेफ्टी पर फोकस करना है। इसलिए हर बार कहा जाता है कि सेफ्टी टॉक और सेफ्टी वॉक को फालो करें। बावजूद, लगातार हो रहे हादसों से लापरवाही उजागर हो रही है। एसएमएस-2 हादसे के बाद प्रबंधन ने जांच कमेटी गठित कर दी है। ईडी खुद घटनास्थल और अस्पताल पर नजर रखे हुए हैं।