अगस्त क्रांति: बोकारो स्टील प्लांट के कर्मचारी भड़के, बोनस फॉर्मूला, लाइसेंस, लीज और जॉब गारंटी पर SAIL प्रबंधन को चेतावनी

Bokaro Steel Plant Employees Angry Over August Revolution Warning SAIL Management on Bonus Formula License, Lease and Job Guarantee

39 माह के एरियर एवं 58 माह के पर्क्स एरियर का भुगतान नहीं करना कर्मचारियों को आक्रोशित करना है।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। 9 अगस्त को क्रांति दिवस के अवसर पर बोकारो इस्पात कामगार यूनियन एटक ने नया मोड से मजदूर जुलूस निकालकर एडीएम बिल्डिंग पर ज़ोर दार प्रदर्शन सेल प्रबंधन को चेतावानी दिया।

सेल बोकारो स्टील प्लांट के कर्मचारियों का आधा अधूरा वेतन पुनरीक्षण, बोनस फॉर्मूला में बदलाव, ठेका मजदूरों को जॉब की गारंटी, सेवानिवृत कर्मचारियों को डी टाईप एवं सीडी टाइप क्वार्टर की लाइसेंसिंग एवं लाइसेंस को लीज़ में कन्वर्ट करने के साथ अन्य समस्याओं पर चर्चा कह गई।

सभा को संबोधित करते हुए यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा की सेल एवं बोकारो स्टील स्टील प्लांट के कर्मचारियों का वेतन पुनरीक्षण 8 वर्षों से अधिक से लंबित है। एमएयू होने के बाद भी 39 माह के एरियर एवं 58 माह के पर्क्स एरिअर का भुगतान नहीं करना कर्मचारियों को आक्रोशित करना है।

ग्रेच्युटी सीलिंग का एक तरफा फैसला वापस लिया जाए। मुख्य श्रम आयुक्त के उपस्थिति में संपन्न वार्ता के बाद द्विपक्षीय वार्ता हेतु एनजेसीएस की बैठक नहीं बुलाना, बोनस फार्मूला में बदलाव की सहमति के बाद भी बोनस फार्मूला नहीं बनाना, मुख्य छ मांगे पर वार्ता की सहमति के बाद भी वेज एग्रीमेंट को फाइनल नहीं करना, उत्पादन उत्पादकता की बैठक नहीं बुलाना, श्रम कानून की उपेक्षा करना, एनजेसीएस द्विपक्षीय सर्वश्रेष्ठ कमेटी की शाख को कमजोर, कारखाना हित की उपेक्षा करना, कारखाना हित के विपरीत कार्य है।

दूसरी तरफ उत्पादन में संलग्न ठेका श्रमिकों का मिनिमम वेज मांगने पर काम से बैठा देना, जॉब की गारंटी नहीं देना, अनुचित श्रम व्यवहार को बढ़ावा देने के बराबर है। सेवानिवृत्ति ई एफ टाईप लाइसेंसधारी के लाइसेंस का रेंट 1000 रुपए करने का सवाल अभी तक लंबित है, जबकि आपने वर्तमान में सिक्योरिटी रकम रुपए दो लाख कर दिया है।

डी एवं सी डी टाईप लाइसेंसिंग कराने हेतु निवेदन किया जा रहा है। अन्य कई सवाल वर्षों से लंबित है। जबकि इस दौरान कम्पनी ने रेकॉर्ड मुनाफा कमाया। पिछले पाँच साल से प्रत्येक वर्ष 1 लाख करोड़ रुपया से अधिक का टर्नओवर भी रहा है। फिर भी अभी तक मजदूरों को कमाया हुआ वेज से वंचित रखा जा है।

उन्होने चेतावनी देते हुए कहा की वेज रिवीजन अधूरा अधूरा रहने के कारण मजदूरों में आक्रोश बढ़ते जा रहा है, जो कभी भी विकराल रूप ले सकता है। प्रदर्शन में मुख्य रूप से आई डी प्रसाद, राम अगर सिंह, एचजी राय, गोरी कुमार, अबू नसर, सत्येंद्र कुमार, एमपी सिंह, एसके निषाद, आरआर दास, कृष्णा राम, एएम अंसारी, भारत भूषण, संजीव पोद्दार, राजीव, प्राण सिंह, पप्पू, उदय प्रताप,ओम प्रकाश आदि शामिल थे।