सेक्टर 9 हॉस्पिटल, स्कूल, मैत्रीबाग निजीकरण, मैनपॉवर घटाने पर BSP प्रबंधन का आया जवाब, रिटेंशन-सब्जेक्ट टू वेकेशन पर राहत नहीं

BSP Management Responds to Sector 9 Hospital, School, Maitribag Privatization, Manpower Eeduction, no Relief on Retention- Subject to Vacation
  • भिलाई स्टील प्लांट के ईडी एचआर पवन कुमार ने ट्रेड यूनियन नेताओं के साथ मीटिंग की। कर्मचारियों के सवालों पर जवाब आया।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल के भिलाई स्टील प्लांट के ईडी एचआर पवन कुमार ने ट्रेड यूनियन नेताओं के साथ मीटिंग की। सेक्टर 9 हॉस्पिटल, स्कूल, टाउनशिप, मैत्रीबाग, रिटेंशन, सब्जेक्ट-टू-वेकेशन, थर्ड पार्टी के मकान खाली कराने आदि विष्यों पर चर्चा हुई।

बीएसपी की ट्रेड यूनियनों के सवालों का जवाब दिया। यूनियन नेताओ ने कहा-बीएसपी के कर्मचारियों पर लगातार दबाव डाला जा रहा है। बीएसपी के आवासों को थर्ड पार्टी के चंगुल से बचाया नहीं जा रहा है। इस पर प्रबंधन ने कहा-राज्य सरकार से बातचीत हुई है, जल्द ही रिजल्ट दिखेग। टाउनशिप की बिजली व्यवस्था पर जानकारी दी गई कि राज्य सरकार को हैंडओवर करने पर एमओयू मार्च तक हो जाएगा। ठेका मजदूरों से वेतन वसूली पर प्रबंधन ने कहा-हमारा काम पेमेंट कराना है। शिकायत करने पर कार्रवाई की जाती है।

सेक्टर 9 हॉस्पिटल के निजीकरण को लेकर चल रही तैयारियों पर प्रबंधन ने कहा-कुछ भी क्लियर नहीं है। प्रबंधन के जवाब में ही विरोधाभास है। एक तरफ कहा गया कि कुछ भी क्लियर नहीं है। वहीं, अगले चरण में कहा गया-मैनपॉवर कम करना है। प्लांट के बाहर से ही शुरुआत हो रही है। कर्मचारी का नुकसान नहीं होगा। नौकरी नहीं जाएगी। अस्पताल को कोई बड़ा ग्रुप ले, ताकि अच्छे से चलाए। वहीं, पूर्व कार्मिकों के इलाज में जो खर्च आएगा, कंपनी उठाएगी। हमारे सिस्टम के जरिए जो रेफर किए जाते हैं, ज्यादा पैसा लगने पर कंपनी पूरा खर्च उठाएगी।

एजुकेशन पर जवाब आया कि हम चला नहीं पा रहे हैं। नई भर्ती हो नहीं सकती है। दो-तीन स्कूल ही हैं। क्वालिटी एजुकेशन हो, इस पर फोकस है। जो ग्रुप ले, इसे अच्छे से चलाए, यही उम्मीद है।

मैत्रीबाग पर प्रबंधन का पक्ष आया कि हम लोग भी चाहते हैं कि यह बचा रहे। लेकिन मैनपॉवर कम करना है, इसके लिए कर रहे हैं। लेबर कोड को लेकर चल रही बातों पर प्रबंधन ने कहा-अध्ययन कर रहे हैं। पूरा स्टडी करने के बाद ही कुछ बोल सकते हैं।

श्रमिक नेताओं ने रिटेंशन स्कीम का मुद्दा उठाया। प्रबंधन की ओर से जवाब दिया गया कि जो फॉर्मूला आया है, वही रहेगा। इसमें कोई बदलाव नहीं होने वाला है। सब्जेक्ट टू वेकेशन लागू करने की मांग की गई। प्रबंधन ने इस मांग को खारिज कर दिया। कहा-सब्जेक्ट टू वेकेशन नहीं आएगा। प्रबंधन ने स्पष्ट रूप से कहा कि ये नहीं आएगा। यूनियन ने कहा-इसको लागू करने से प्रबंधन फायदे में रहेगा।

बैठक में इंटक से वंश बहादुर सिंह, गिरीराज देशमुख, बीएमएस से प्रदीप पाल, सीटू से विजय जांगडे, एसपी डे, एचएमएस से हरिराम यादव, एटक से विनोद सोनी, विनय मिश्र, एक्टू से बृजेंद्र तिवारी, नवगठित यूनियन राजेश चौहान, एके माहुर, इस्पात श्रमिक मंच से विनोद दुबे आदि मौजूद रहे।