- सीबीआई ने 11 सितंबर 2001 को आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया था।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। भ्रष्टाचार के खिलाफ CBI ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई कोर्ट ने बैंक धोखाधड़ी के मामले में स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र, नरोडा रोड शाखा अहमदाबाद के तत्कालीन शाखा प्रबंधक सहित 5 आरोपियों को 5 वर्ष की कठोर कारावास के साथ कुल 7 लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है।
सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश अहमदाबाद ने बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र, नरोडा रोड शाखा, अहमदाबाद के तत्कालीन शाखा प्रबंधक बेचारभाई गणेशभाई झाला एवं अन्य निजी व्यक्तियों यथा रमेश एल. शाह, प्रफुल एल. शाह, हेमेंद्र एल. शाह एवं मनोज सी. ब्रह्मभट्ट सहित 5 आरोपियों को सजा सुनाई है।
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सीबीआई ने 11 सितंबर 2001 को आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया, जिसमें आरोप था कि आरोपी बी.जी. झाला, तत्कालीन शाखा प्रबंधक ने अहमदाबाद में आरोपी निजी व्यक्तियों एवं अन्यों के साथ मिलकर सार्वजनिक आवास वित्त के मामले में लोक सेवक के रूप में अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करके स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र, नरोडा रोड शाखा को धोखा देने के उद्देश्य से आपराधिक षडयंत्र रचा।
यह भी आरोप था कि उधारकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत जाली एवं झूठे दस्तावेजों के आधार पर 3.93 करोड़ रु. का आवास वित्त स्वीकृत किया गया। उक्त आरोपी ने उक्त उधारकर्ताओं की ऋण पात्रता की पुष्टि नहीं की।
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जांच पूर्ण होने के पश्चात, सीबीआई ने दोषी ठहराए गए व्यक्तियों सहित आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न तिथियों पर 9 अलग-अलग आरोपपत्र दायर किए। नौ आरोपपत्रों में से पांच आरोपपत्रों में 20 दिसंबर 2024 को फैसला सुनाया गया, जिसमें 15 आरोपियों को 3-5 वर्ष की कठोर कारावास एवं 15.35 लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई।
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शेष चार आरोपपत्रों के संबंध में निर्णय 9 जनवरी 2025 को सुनाया गया। इसके साथ ही मामले में दायर सभी नौ आरोपपत्रों में 20 आरोपियों को कठोर कारावास एवं कुल 22.35 लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है।