- शिक्षकों ने जाना नवीन शिक्षण पद्धतियों के माध्यम से पढ़ाने का तरीका।
- छत्तीसगढ़ रीजनल साइंस सेंटर में 4 दिन तक चला प्रशिक्षण कार्यशाला।
सूचनाजी न्यूज, रायपुर। माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयीन शिक्षकों (Secondary and Higher Secondary school teachers) के कौशल विकास (Skill Development) और ज्ञान को बढ़ाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन 22 से 25 अगस्त का किया गया था।
छत्तीसगढ़ रीजनल साइंस सेंटर (Chhattisgarh Regional Science Center) में 4 दिन तक चले इस कार्यशाला में भाग लेने वाले शिक्षकों ने नई शिक्षण पद्धतियों को लागू करने के बारे में अपना उत्साह व्यक्त किया। कार्यशाला में शिक्षक नवीन शिक्षण पद्धतियों से अवगत हुए एवं जाना कि किस प्रकार से मिडिल और हाई स्कूल के छात्रों के लिए विज्ञान की गतिविधियों एवं प्रयोगों को सिखाने एवं समझाने के लिए अधिक सुलभ एवं आकर्षक बनाया जा सकता है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का नेतृत्व प्रसिद्ध शिक्षक डेवलपर, रॉयल सोसायटी ऑफ केमेस्ट्री के जया स्वामीनाथन ने किया। उन्होंने विज्ञान की गतिविधियों और व्यावहारिक प्रयोगों को एक श्रृंखला के माध्यम से शिक्षकों के समक्ष प्रदर्शित किया। इन शिक्षण तकनीकों को मिडिल और हाई स्कूल के छात्रों को जटिल वैज्ञानिक अवधारणाओं को समझने हेतु सावधानीपूर्वक डिजाइन किया गया था।
छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (Chhattisgarh Council of Science and Technology) के महानिदेशक एसएस. बजाज (S.S. Bajaj) ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल समापन पर बधाई दी। उन्होंने राज्य के शिक्षा स्तर को ऊंचा उठाने में ऐसी पहल पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षक हमारे देश के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमें उन्हें प्रभावी प्रशिक्षण प्रदान करके, अपने छात्रों के विकास और समाज की प्रगति में अग्रसर करना है।
कार्यशाला के अन्त में वैज्ञानिक डॉ. जेके. राय (Dr J.K. Rai) ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यशाला के आयोजन में परियोजना निदेशक वैज्ञानिक डॉ. शिरीष कुमार सिंह, वैज्ञानिक अधिकारी प्रज्ञा कदम, इंजीनियर अमित कुमार मेश्राम, एवं छत्तीसगढ़ विज्ञान केन्द्र की टीम ने अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।
उल्लेखनीय है कि यूसुफ हामिद इंस्पिरेशनल साइंस प्रोग्राम (Inspirational Science Program) भारत में विज्ञान शिक्षकों के लिए रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री (Royal Society of Chemistry) का व्यावसायिक विकास पाठ्यक्रम है। रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री, यू.के., रसायन विज्ञान और रसायन विज्ञान शिक्षा को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रहा है। जिनके मास्टर प्रशिक्षकों ने भारत के कुछ सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों के साथ मिलकर विज्ञान शिक्षकों को अपने कौशल को बढ़ाने और छात्रों को विश्वविद्यालय में विज्ञान का अध्ययन करने के लिए प्रेरित करने में मदद करने के लिए इस कार्यक्रम को विकसित किया है।
रॉयल सोसाइटी टीचर डेवलपर्स (Royal Society Teacher Developers) भारत के स्कूलों में विज्ञान शिक्षकों के लिए कार्यशालाएं आयोजित कर रहे हैं, जिससे उन्हें माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्तर पर छात्रों के लिए विज्ञान को अधिक रोचक और आकर्षक बनाने की तकनीकें दी जा रही हैं। प्रशिक्षण कार्यशालाएँ निःशुल्क प्रदान की जा रही है और इनमें सस्ते और आसानी से उपलब्ध होने वाले योजनाएं शामिल है।