Bokaro Steel Plant की यूनियन ने प्रबंधन पर लगाया भेदभाव का आरोप, अधिकारी-कर्मचारी में फंसी बिजली

  • बिजली सप्लाई और अनुरक्षण में भेदभाव का आरोप लगाया गया है।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) के कर्मचारी विद्युत व्यवस्था से काफी परेशान हो गए हैं। नगर सेवाएं विभाग के विद्युत आपूर्ति और अनुरक्षण में कर्मचारी वाले सेक्टरों से भारी भेदभाव किया जा रहा है।

ये खबर भी पढ़ें : Lok Sabha Election Last Phase Live 2024: ओडिशा-पंजाब पीछे, हिमाचल, झारखंड और UP सबसे आगे, वाराणसी में 11 बजे तक 26% पड़े वोट

कई सेक्टरों में सोमवार तक विद्दुत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। इसको लेकर बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने निदेशक प्रभारी का पास शिकायत की है। वहीं, शिकायतों के समाधान के लिए यूनियन ने कुछ सुझाव भी दिया है। कार्यकारिणी सदस्य नरेश पुनेरिया ने टाउनशिप की समस्याओं की ओर प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट कराया है।

ये खबर भी पढ़ें : Lok Sabha Election Last Phase Live 2024: ओडिशा-पंजाब पीछे, हिमाचल, झारखंड और UP सबसे आगे, वाराणसी में 11 बजे तक 26% पड़े वोट

कर्मचारियों के साथ किए जा रहे भेदभाव की लिस्ट

1. सेक्टरों में फीडर के माध्यम से विद्युत आपूर्ति में भेदभाव: यूनियन के संज्ञान में आया है कि अधिकारी वर्ग के सेक्टरों से जुड़े फीडरो जैसे 4F, 4C, 4D तथा 5B से जुड़े फीडर में पर्याप्त बिजली की आपूर्ति की जा रही है। वहीं, सेक्टर 9, 2,3,8,6,12,11,4,4G में कर्मचारियों केआवासों में विद्युत आपूर्ति में कटौती की जा रही है।

ये खबर भी पढ़ें : बधाई हो…! Pension और Gratuity Payment का ऑर्डर जारी

2. अनुरक्षण में भेदभाव: विगत कुछ दिवस पहले आई आंधी तूफान के कारण सभी सेक्टरों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई है। इसका मुख्य कारण बिजली ओवरहेड लाइन पर पेड़ की डाल गिरना था। उक्त पेड़ों का हटाने, टूटे पोलो तथा बिजली तारों के अनुरक्षण में भी भेदभाव किया गया है। सबसे पहले अधिकारी वर्ग के सेक्टरों का अनुरक्षण किया गया। फिर 2 जून से कर्मचारी वर्ग के सेक्टरों में अनुरक्षण किया गया। सेक्टर 9 में रात्रि तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। उससे जुड़े कई अधिकारी वर्ग का मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था।

ये खबर भी पढ़ें : 135 कर्मचारी-अधिकारी अब भिलाई स्टील प्लांट परिवार के सदस्य नहीं, प्रबंधन ने दी विदाई

अगर संसाधन की कमी के कारण बिजली आपूर्ति प्रक्रिया में विलंब हो रहा था तो यह सिस्टम की कमी को दर्शा रहा है।

3. नए विद्युत फीडर बनाने, सब स्टेशन बनाने तथा नये स्थानों पर ट्रांसफॉर्मर लगाने में भी काफी भेदभाव किया गया है, जिसको विद्युत अनुभाग द्वारा लगाए गए संसाधनों के आंकड़े का अध्ययन कर जाना जा सकता है।

ये खबर भी पढ़ें : भिलाई स्टील प्लांट के रेल मिल में बड़ा काम, टीम वर्क ने किया कमाल

बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए यूनियन का सुझाव

1 . बिजली की डिमांड बढ़ने पर सभी सेक्टरों का सभी फिडरों में रोटेशन के तहत एक समान बिजली आपूर्ति की जाए। अधिकारी तथा कर्मचारी का सेक्टर देखकर भेदभाव नहीं किया जाए। पारदर्शिता के लिए प्रत्येक दिन हुए विद्युत आपूर्ति व फिडरो में विद्युत सप्लाई का डाटा आम कर्मचारियों की जानकारी के लिए जारी की जाए।

ये खबर भी पढ़ें : Bhilai Steel Plant से बड़ी खबर, सफल रही पहली रेल ब्लूम की सीक्वेंस कास्टिंग

2. आंधी तूफान के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित नहीं हो उसके लिए सभी सेक्टरो में अंडर ग्राउण्ड 440 वोल्ट वाली लाइन बिछाई जाए। आवासीय ब्लॉकों के बाहर लगे सर्विस बोर्ड के माध्यम से आवासों में अंडर ग्राउण्ड सर्विस केबल के द्वारा आवासों में बिजली आपूर्ति की जाए।

3. लीज, लाइसेंस तथा थर्ड पार्टी में आवंटित आवासों में प्रीपेड बिजली मीटर लगाया जाए, ताकि भारी बिजली खपत के अनुसार विद्युत शुल्क वसूला जा सके।

ये खबर भी पढ़ें : Bokaro Steel Plant से 12 अधिकारी और 48 कर्मचारियों की विदाई, हाथों में आया ये

4. विद्युत अनुरक्षण हेतु हमेशा 8-10 टीम तैयार रखी जाए। टीम मैनपावर के पास पेड़ों को काटने के लिए मशीन चालित आरी, गिरे पेड़ों को हटाने के लिए जेसीबी लोडर, ट्रैक्टर, पर्याप्त मात्रा में ओवरहेड वायर तथा उससे जुड़ी सामाग्रियां हो।

5. शाम 7-8 बजे के वक्त सभी सेक्टरों के सभी ब्लॉक तथा आवासों का लोड टेस्ट कराकर रिपोर्ट बनाई जाए। रिपोर्ट अनुसार उक्त ब्लॉक के विद्दुत भार के अनुसार सर्विस केबल लगाया जाए।

6. नगर विद्युत अनुभाग हेतु एक टोल फ्री शिकायत नंबर जारी की जाए। जहां पूरे बोकारो इस्पात नगर का विद्युत उपभोक्ता अपनी शिकायत दर्ज करा सके।

ये खबर भी पढ़ें : रायपुर रेल मंडल के दर्जनों कर्मचारी एक साथ रिटायर, मिला पेंशन भुगतान आदेश