EPS 95 पेंशन: तंगहाली में पेंशनभोगी की मौत से भड़का गुस्सा, मोदी के पक्ष में आई ये बात

सूचनाजी न्यूज़, छत्तीसगढ़। EPS 95 पेंशन (Pension) को लेकर पेंशनर्स की धड़कन बढ़ी हुई है। तरह-तरह की बातें सामने आ रही है। सोशल मीडिया पर तमाम बातों का जखीरा भरा हुआ है। आइये देखते हैं अब नया क्या आया है।

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फेसबुक यूजर पेंशनर्स Putra Anjani Sanatani का एक पोस्ट खूब पढ़ा जा रहा है। उनके पोस्ट में लिखा है कि सिर्फ ईपीएफओ पेंशनरों के लिए…। मुझे एक ओर दुखद खबर मिली। मेरा एक ईपीएफओ साथी अपनी बीमारी से न लड़ पाया पैसे की कमी से। इसके बच्चे भी इस बोझ समझकर छोड़ गए थे। खर्चा कौन करे। दो लड़के थे। दिल्ली में ही अच्छी नोकरी करते हैं। अच्छा कमाते हैं। ये हत्या है और मैं इस हत्या का इल्जाम सरकार पर लगाता ही। खासकर मोदी पर क्योंकि मेरी जानकारी अनुसार पेंशन बढ़ोतरी का मामला सरकार ने ही रोक रखा है और ये पक्की खबर है।

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देश की सुरक्षा के लिए अच्छे काम किए होंगे पर घरेलू तौर पर मायूसी मिली। शायद इसका कोई परिवार नही है। इसीलिए परिवार का दर्द एक बूढ़े पति पत्नी का दर्द उनकी परेशानी सरकार क्या जाने। कहने वालों को मेरी बात बुरी लगेगी पर कभी एक बार सोचना।

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इधर Anil Kumar Namdeo ये बोले

पेंशनर्स ने लिखा लोकसभा चुनाव में जामनगर से पर्चा दाखिल कर एक पेंशनभोगी ने देश के सभी EPS95 पेंशनरों के लिए आपने एक मिसाल पेश की है। राष्ट्रीय संघर्ष समिति का आप प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। ये गर्व का विषय है। देश के सभी 76 लाख पेंशनरों की दुआएं आपके साथ हैं। भाई विजय सिंह जडेजा जी जिंदाबाद…NAC जिंदाबाद।

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Dr Mandhata Singh का करारा जवाब

क्या किसी और दल ने अपने घोषणापत्र में eps-95 पेंशनर्स के लिए कोई वायदा किया है। तो फिर सिर्फ भाजपा का ही विरोध क्यों? सार्वजनिक तौर पर पूरी वोटिंग का ही बहिष्कार किया जाना चाहिए। अगर कोई भी दल हमारी चिंता नहीं करता तो हमें अपनी लड़ाई दलगत व्यवस्था से ऊपर उठकर लड़नी चाहिए।

देश सर्वोपरि है और देश के लिए सबसे बेहतर काम भाजपा ही कर रही है। जो बेहतर है, सक्षम है। उससे ही पेंशनर्स को अपनी बेहतरी की अपेक्षा रखनी चाहिए।

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