- ईपीएफओ को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उच्च पेंशन पाने के लिए ईपीएफओ में कितनी राशि जमा करनी होगी?
सूचनाजी न्यूज, चेन्नई। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organization (EPFO)) के खिलाफ पेंशनभोगियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। केंद्र सरकार से लगातार गुहार लगाने के बाद भी ईपीएफओ की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। इससे आक्रोशित पेंशनभोगी देशभर में जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसी तरह का प्रदर्शन चेन्नई में भी किया गया। खास बात यह है कि बारिश और ठंड के बावजूद पेंशनरों ने ईपीएफओ कार्यालय का घेराव किया। ईपीएस 95 हायर पेंशन और न्यूनतम पेंशन का मामला इतना गरमाया हुआ है कि इसकी झलक नारेबाजी में भी दिखी। कर्मचारियों का हक देना होगा, हायर पेंशन देना होगा आदि नारे लगाए गए। ईपीएफओ और केंद्र सरकार होश में आओ के नारे गूंजते रहे।
वहीं, पेंशनभोगी हनुमंत राव ने कहा-सभी राज्यों में सभी वरिष्ठ नागरिक आंदोलन के लिए आगे आएं तभी सरकार उच्च पेंशन लागू करेगी। पेंशन आंदोलन में मुखर होकर बोलने वाले सनत रावल का कहना है कि चेन्नई में ईपीएस 95 पेंशनभोगियों/वरिष्ठ नागरिकों द्वारा ईपीएफओ कार्यालय में अच्छा प्रदर्शन, विरोध किया गया। शुभकामनाएं। एनएसी जिंदाबाद।
उन्होंने कहा कि देखें कि कैसे ईपीएफओ विभिन्न प्रकार के फर्जी और जटिल वर्गों को लागू करके उच्च पेंशन देने से इनकार करता है। ईपीएफओ बहुत ही चतुर संगठन है। शर्म करो ईपीएफओ। सरकार भी ईपीएफओ को पूरा समर्थन देती है।
ईपीएस-95 पेंशनभोगियों/वरिष्ठ नागरिकों (EPS-95 Pensioners/Senior Citizens) की ओर से सांसद एनके. प्रेमचंद्रन को बहुत-बहुत धन्यवाद, जिन्होंने न्यूनतम पेंशन 7,500 रुपये+महंगाई भत्ता+चिकित्सा बढ़ाने का मुद्दा उठाया।
ईपीएफओ को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उच्च पेंशन पाने के लिए ईपीएफओ में कितनी राशि जमा करनी होगी? और 2014 से पहले सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों का स्पष्टीकरण उच्च पेंशन के लिए पात्र है?