EPS 95 Pension: वरिष्ठ नागरिकों की दुर्दशा और सरकार की खामोशी पर पेंशनर्स के मन की बात…

  • राजशेखर नायकल ने लिखा-केवल ईपीएस 95 पेंशनभोगियों के लिए वोट करें।

सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension) 1000 रुपए को बढ़ाकर 7500 रुपए करने की मांग की जा रही है। पेंशनभोगी वादीराजा राव का कहना है कि केंद्र में मोदीजी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार अभी भी सोच रही है कि ईपीएस पेंशनभोगियों की परेशानियों में उनकी मदद करनी चाहिए या नहीं।

ये खबर भी पढ़ें: ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन: 8 साल का संघर्ष, नेताओं का चक्कर, पीएम मोदी भी नहीं कर सके फैसला, अब चलो मुंबई…

और पूरे देश में ईपीएफओ (EPFO) के सभी कार्यालयों के सामने व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ। नारा गूंजा की सरकार जागो और इन पेंशनभोगियों के प्रति थोड़ी सहानुभूति रखो और यह मत भूलो कि पीएम भी एक वरिष्ठ नागरिक हैं।

ये खबर भी पढ़ें: पेंशनभोगियों को चाहिए 7500 रुपए न्यूनतम पेंशन, EPFO, सीबीटी ट्रस्ट, केंद्र सरकार पर तिलमिलाए

राजशेखर नायकल ने लिखा-केवल ईपीएस 95 पेंशनभोगियों के लिए वोट करें। ईपीएस 95 पेंशनभोगियों (EPS 95 Pensioners) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन से भी मायूसी मिली है। ईपीएस 95 पेंशन वृद्धि की मांग जायज है।

ये खबर भी पढ़ें: Chhattisgarh Breaking : रायपुर-भिलाई NH पर ऑयल टैंकर पल्टा, हाइवे में फैला ऑयल, गाड़ियों के पहिए थमे

गौतम चक्रवर्ती ने कहा-हमारे पेंशनभोगी मित्रों को मेरा आदरपूर्वक प्रणाम। वरिष्ठ नागरिकों की दुर्दशा के प्रति असंवेदनशीलता पर शर्म आती है, जो सम्मानपूर्वक अपने योगदान से रिटर्न की मांग कर रहे हैं। विजयकुमार ओझा ने लिखा-ईपीएस 95 पेंशनभोगी जिंदाबाद जिंदाबाद। सरकार को शर्म आनी चाहिए जो वरिष्ठ नागरिकों की उच्च मांग पूरी करने के अपने वादे को भूल गई हो।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट, हुडको और राजहरा की यादों में शंकर गुहा नियोगी, जिस समय चली गोली, उसी पल जलेगी मशाल

सनत रावल ने भी अपनी बात रखते हुए लिखा-चिरंजीब झा जी, ईपीएफओ बहुत ही चतुर संगठन है। वे ईपीएस-95 पेंशनभोगियों की उच्च पेंशन के साथ खेल खेलते हैं। वे हमेशा यह कहकर हमारे आवेदन को अस्वीकार करने के लिए तैयार रहते हैं कि आप उच्च पेंशन के लिए पात्र नहीं हैं।

ये खबर भी पढ़ें: SAIL Bonus: 23 हजार नहीं, चाहिए 1 लाख 87 हजार 352 रुपए बोनस, सीने पर लगा काला बिल्ला, 28 को जलेगी मशाल

ईपीएफओ के पास हमारे आवेदन को अस्वीकार करने के लिए बहुत सारे बहाने हैं। इसलिए मेरा अनुरोध है कि एनएसी की मांग के अनुसार न्यूनतम पेंशन पर ध्यान केंद्रित करें और न्यूनतम पेंशन के लिए लड़ें।

ये खबर भी पढ़ें: Bhilai Steel Plant: रिसाली और मरौदा सेक्टर में आवासों का ताला तोड़ रहे कब्जेदार, BSP-पुलिस एक्शन में