Suchnaji.com की खबर का असर: डिवाइडर न होने से मौत, बहन की मेडिकल सुविधा कटौती पर 8 यूनियनों ने प्रबंधन को घेरा

  • डिवाइडर न होने की वजह से जवाहर उद्यान मार्ग पर हो रहे हादसे और कर्मचारी की मौत की खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL ) के कार्मिकों के हित में Suchnaji.com लगातार सकारात्मक खबरें लिख रहा है। इसका असर भी देखने को मिल रहा है। कर्मचारी हित में लिखी गई खबर का बड़ा असर बुधवार को देखने को मिला है। बीएसपी की 8 यूनियनों ने एकजुटता दिखाई और सूचनाजी.कॉम में प्रसारित खबर को संज्ञान में लेकर बीएसपी प्रबंधन (BSP Management) को घेर लिया है।

ये खबर भी पढ़ें: SBI से रिटायर भिलाई के लेखक शरद की कहानी पर बनी फिल्म धूम मचा रही ओटीटी पर

डिवाइडर न होने की वजह से जवाहर उद्यान मार्ग पर हो रहे हादसे और कर्मचारी की मौत की खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया है।

Suchnaji.com में 19 सितंबर को प्रसारित “और कितनों की मौत चाहता है बीएसपी प्रबंधन, कल आपका-परसों मेरा भी नंबर आ सकता है साहब…” शीर्षक से प्रसारित खबर को 8 यूनियनों ने संज्ञान में लिया है।

ये खबर भी पढ़ें: EPS 95 पेंशन: तुरंत कीजिए EPFO फॉर्म को ट्रैक, गलती सुधारने की आखिरी तारीख 30 सितंबर

संयुक्त यूनियन के बैनर तले श्रमिक नेताओं ने बुधवार सुबह बीएसपी के आइआर विभाग के महाप्रबंधक जेएन ठाकुर से मुलाकात की। उच्च प्रबंधन से तत्काल बोरिया गेट से लेकर चोपड़ा पेट्रोल पंप तक डिवाइडर बनाने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी गई कि प्रबंधन कई जगह फिजूल खर्च करता है, उसे रोका जाए।

ये खबर भी पढ़ें: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भिलाई को 65.75 करोड़ का दिया तोहफा,  भिलाई स्टील प्लांट जमीन वापस करे तो

कर्मचारियों और अधिकारियों की जान को बचाने के लिए तत्काल डिवाइडर पर काम शुरू किया जाए। इससे हादसे रुकेंगे। अन्यथा किसी दिन और अनहोनी की खबर सुनने को मिल जाएगी। चर्चा के दौरान यह भी बात सामने आई कि रोड इंक्वायरी कमेटी के चेयरमैन सीजीएम टाउनशिप जेवाई सपकाले हैं।

ये खबर भी पढ़ें: Coal India News: 3 दिन तक कोयला खदान बंद करने की  धमकी पर मंत्रालय का बड़ा फैसला, पढ़िए खबर

इसी तरह 9 सितंबर को प्रसारित “SAIL कर्मचारियों-अधिकारियों की सुविधा में एक और कटौती, मम्मी-पापा जिंदा है, इसलिए बहन को नहीं मिलेगी मेडिकल सुविधा” पर भी यूनियन नेता भड़के हुए हैं। प्रबंधन से चर्चा करते हुए यूनियन नेताओं ने कहा कि मानवता को भी नजर अंदाज कर दिया जा रहा है। जब तक ईडी से वार्ता शुरू नहीं होते मेडिकल कटौती फौरन बंद की जाए।

ये खबर भी पढ़ें: चिटफंड कंपनी यश ड्रीम की प्रॉपर्टी नीलाम, निवेशकों को जल्द लौटाई जाएगी राशि

अन्यथा विरोध होगा। पर्सनल आफिसर चिन्हित कर मेडिकल बुक वापस मंगा रहे हैं। कुछ ऐसे लोगों को भी चिट्‌ठी भेजी गई, जिसके मां-बाप का निधन हो चुका है। श्रमिक नेताओं ने कहा-फालतू चीजों पर  पैसे खर्च कर दिए जाते हैं, अब बहन को भी नहीं बख्श रहे हैं।

ये खबर भी पढ़ें: CM भूपेश बघेल ने दी 3 करोड़ के इंडोर स्टेडियम और बीपीओ सेंटर की सौगात, 500 युवाओं को मिलेगा रोजगार

ज्ञापन देने वालों में इंटक से वंश बहादुर सिंह, पूरन वर्मा, संतोष किचलू, शेखर शर्मा, सीटू से जगन्नाथ त्रिवेदी, अशोक खातकर, सविता मालवीय, डीवीएस रेड्‌डी, एचएमएस से प्रमोद मिश्र, डीके सिंह, एटक से विनोद कुमार सोनी, एक्टू से बृजेंद्र तिवारी, लोइमू से राजेंद्र परगनिहा, डीके सोनी, सुरेंद्र मोहंती, इस्पात श्रमिक मंच से राजेश अग्रवाल, शेख महमूद, स्टील वर्कर्स यूनियन से संजय गुप्ता, टंडन दास आदि मौजूद रहे।

ये खबर भी पढ़ें: Bokaro Steel Plant: गेट पास छीनने, ATM से पैसा निकालने और काम से बैठाने पर भड़का गुस्सा