स्वच्छ शहरों में इंदौर टॉप पर, भिलाई क्यों नहीं, BSP और OA के इवेंट में एक्सपर्ट के टिप्स, सबने ली शपथ

Indore Tops the List of Cean Cities, Why Not Bhilai Experts Gave Tips at BSP and OA Events Everyone Took the Oath
  • नगरीय निकाय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन: मुद्दे एवं चुनौतियाँ विषय पर कार्यशाला आयोजित।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। ‘दि इंस्टीट्यूशन ऑफ़ इंजीनियर्स (इण्डिया)’, भिलाई लोकल सेन्टर एवं ऑफिसर्स एसोसिएशन, भिलाई इस्पात संयंत्र के संयुक्त तत्वावधान में कला मंदिर में ‘नगरीय निकाय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन: मुद्दे एवं चुनौतियाँ’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर नगर पालिक निगम-भिलाई, नगर पालिक निगम-रिसाली एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकारी व कर्मचारीगण, रुंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज व भिलाई इन्स्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नॉलॉजी के छात्र-छात्राएँ तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।

आयोजन के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में आई.ए.एस. पूर्व सूचना आयुक्त, छत्तीसगढ़ शासन, नरेन्द्र कुमार शुक्ला एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफ़ेसर एवं विभागाध्यक्ष, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर डॉ.लक्ष्मीकांत यदु तथा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्सपर्ट, इंदौर स्मार्ट सिटी, सुश्री श्रद्धा तोमर विशेष रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथिगण ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए ‘दि इंस्टीट्यूशन ऑफ़ इंजीनियर्स (इण्डिया)’, भिलाई लोकल सेन्टर की चेयरमेन, सुश्री बोन्या मुखर्जी ने कहा कि, इस कार्यक्रम को वर्तमान समय के एक महत्वपूर्ण व ज्वलंत विषय ‘म्यूनिसिपल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट, इशूस एण्ड चौलेंजेस’ पर आयोजित करने की प्रेरणा निदेशक प्रभारी, भिलाई इस्पात संयंत्र, श्री चित्त रंजन महापात्र ने हमें दी है, तथा उन्हीं की मंशा के अनुरूप आज हमने देश के चुनिंदा ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट’ एक्सपर्ट्स को प्रस्तुति एवं व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया है।

सेफी चेयरमैन एनके बंछोर ने ये कहा…

ऑफिसर्स एसोसिएशन, भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रेसिडेंट, सेफी, चेयरमेन, तथा एनसीओए के वर्किंग प्रेसिडेंट नरेन्द्र कुमार बंछोर ने कहा कि ऑफिसर्स एसोसिएशन ने अधिकारियों से संबंधित विषयों के अलावा संयंत्र के निष्पादन की बेहतरी के साथ ही साथ समाजोपयोगी कार्यों को भी सदैव सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा है।

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट ‘बेस्ट फ्रॉम वेस्ट’ तथा ‘वेस्ट टू एनर्जी’ की दिशा में सार्थक परिणाम के लिए हम पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन किसी एक संस्था की जिम्मेदारी न होकर यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसमें भिलाई इस्पात संयंत्र से लेकर सभी निगमों को मिलकर प्रयास करने की आवश्कता है।

आज इस महती कार्यक्रम के लिए जहां भिलाई इस्पात संयंत्र ने हमें सहायता प्रदान की, वहीं मेकॉन एवं एफएसएनएल प्राईवेट लिमिटेड ने भी हमें सहयोग प्रदान किया है। यह सहयोग उनका ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट’ के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

एनके बंछोर ने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट के इस कार्यशाला में भिलाई इस्पात संयंत्र की सकारात्मक प्रतिभागिता के साथ-साथ हमारे विभिन्न निगमों एवं निकायों से भी उत्कृष्ट भागीदारी प्राप्त हुई है जिससे मुझे यह आशा है कि इस कार्यशाला को व्यवहार के धरातल पर पहुंचाने में सहायता मिलेगी।

सार्थक परिणाम आएंगे…

मुख्य अतिथि नरेन्द्र कुमार शुक्ला ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि, यह आयोजन देश के श्रेष्ठ, सुंदर व हरे-भरे नगरों में से एक भिलाई के निवासियों को पर्यावरण संरक्षण तथा घरेलू कचरे के सही सेग्रीगेशन करके विवेकपूर्ण अपशिष्ट प्रबंधन के लिए जागरूक व प्रेरित करेगा व इसके सार्थक परिणाम आएंगे।

जनस्वास्थ्य-देश की इकॉनॉमी से जुड़ा महत्वपूर्ण विषय

डॉ. लक्ष्मीकांत यदु, प्रोफ़ेसर एवं विभागाध्यक्ष (सिविल इंजीनियरिंग), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर ने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के विषय में महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि, यह दायित्व केवल नगरीय निकायों का नहीं है।

यह केवल कचरा निपटान या कचरे से उपयोगी ऊर्जा का उत्पादन नहीं, बल्कि यह जनस्वास्थ्य तथा देश की इकॉनॉमी से जुड़ा महत्वपूर्ण विषय है, हमें इसे गंभीरता से लेना ही होगा। उदघाटन सत्र का आभार प्रदर्शन अंकुर मिश्रा, महासचिव, ऑफिसर्स एसोसिएशन, भिलाई इस्पात संयंत्र ने किया।

ईडी एचआर पवन कुमार ने ये दावा किया…

समापन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन), भिलाई इस्पात संयंत्र पवन कुमार ने अपने उद्बोधन में आयोजन की सराहना की व भिलाई इस्पात संयंत्र की पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता दोहराते हुए आश्वस्त किया कि, ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट’ के लिए संयंत्र प्रबंधन द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

इसमें किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि, अपने स्थापना काल से आज पर्यंत भिलाई इस्पात संयंत्र पर्यावरण संरक्षण की नवीनतम तकनीकियों को अपनाता रहा है, अपशिष्ट प्रबंधन के लिए बेस्ट प्रैक्टिसेस अवश्य ही व्यवहार में लाए जाएंगे।

इंदौर की अपशिष्ट प्रबंधन में ‘ज़ीरो टॉलरेंस

विषय विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित, ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट’ एक्सपर्ट, इंदौर स्मार्ट सिटी, श्रद्धा तोमर ने अत्यंत ही सरल एवं प्रभावी प्रस्तुति के माध्यम से बताया कि, नगर पालिक निगम, इंदौर ने किस प्रकार से अपशिष्ट प्रबंधन में ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाकर सतत सूक्ष्म एवं कठोर निगरानी के माध्यम से तथा आधुनिक प्रौद्योगिकी की सहायता से ना केवल स्वच्छ सर्वेक्षण में राष्ट्रीय स्तर पर लगातार पहला स्थान बनाया है, वरन एशिया के सबसे बड़े 550 टन दैनिक उत्पादन क्षमता के बायो-सीएनजी प्लांट की स्थापना की है। उन्होंने इंदौर में प्लास्टिक बैग निषेध तथा अन्य बेस्ट प्रैक्टिसेस की विस्तृत जानकारी दी।

डॉ. अनिता सावंत और डॉ. संदीप चौकसे ने ये कहा…

इस अवसर पर विशेष रूप से आमंत्रित डॉ. अनिता सावंत, क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी, छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल, दुर्ग ने ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट’ को वैश्विक स्तर पर आज का ज्वलंत विषय बताया।

आयोजन की प्रासंगिकता एवं प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि, यह आयोजन आज की आवश्यकता के अनुरूप है। मंडल द्वारा लगातार निगरानी कर पर्यावरण संरक्षण के लिए नगर पालिक निगमों का ध्यानाकर्षण किया जाता है, ताकि प्रदूषणों के स्तर को न्यूनतम रखा जा सके।

‘प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेन्ट इन सिटीज़’ पर डॉ. संदीप चौकसे, सहायक प्राध्यापक, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर ने प्लास्टिक के विभिन्न प्रकारों, उनके उपयोग तथा हानियों पर प्रस्तुति देते हुए प्लास्टिक के उचित निपटान की विधियों की जानकारी दी व इसके प्रति प्रत्येक नागरिक के जागरूक होने पर ज़ोर दिया।

अपशिष्ट प्रबंधन प्रौद्योगिकियों की प्रस्तुति

‘सस्टेनेबल अर्बन हैबिटेट्स विथ फ्यूचरिस्टिक म्यूनिसिपल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट’ विषय पर संतोष कुमार, जनरल मैनेजर एण्ड ऑपरेशन हेड, आर.ई. सस्टेनेबिलिटी, हैदराबाद ने विश्व की सर्वश्रेष्ठ तथा आधुनिकतम अपशिष्ट प्रबंधन प्रौद्योगिकियों की प्रस्तुति दी व देश के प्रमुख नगरों सहित विश्व स्तर पर चल रहे ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट’ के वर्तमान परिदृश्य के विषय में बताया।

कार्यक्रम में के. प्रवीण, महाप्रबंधक (पर्यावरण प्रबंधन), भिलाई इस्पात संयंत्र ने विषय से संबंधित प्रश्नों पर आधारित एक रोचक एवं ज्ञानवर्धक ‘क्विज़ प्रतियोगिता’ का आयोजन किया, जिसमें समस्त दर्शकों सहित कॉलेज स्टूडेन्ट्स की विशेष सक्रिय प्रतिभागिता रही।

पॉलीथीन बैग का उपयोग ना की शपथ

आयोजक संस्थानों की ओर से बोन्या मुखर्जी एवं नरेन्द्र कुमार बंछोर ने अतिथिगण एवं आमंत्रित विषय विशेषज्ञों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। उपस्थितजनों को पॉलीथीन बैग का उपयोग ना करने व घर से निकलने वाले कचरे को सेग्रीगेट करने की शपथ दिलाई।

कार्यक्रम के अंत में डॉ. सुप्रिया त्रिपाठी, सचिव, ‘दि इंस्टीट्यूशन ऑफ़ इंजीनियर्स (इण्डिया)’, भिलाई लोकल सेन्टर ने आभार प्रदर्शन किया
आयोजन में दि इंस्टीट्यूशन ऑफ़ इंजीनियर्स (इण्डिया)’, भिलाई लोकल सेन्टर के पूर्व चेयरमेन द्वय पुनीत चौबे, एवं बीपी यादव तथा अन्य सदस्यगण बसंत कुमार साहू, डीके साहू, विवेक गुप्ता, ओए-बीएसपी के कोषाध्यक्ष सौभाग्य रंजन साहू एवं सचिव अनु पी. का विशेष योगदान रहा।