SAIL वेज रिवीजन पर कानूनी लड़ाई, कैट दिल्ली में प्रबंधन 4 सितंबर को देगा लिखित जवाब

  • कर्मचारियों और अधिकारियों की सुविधाओं में भेदभाव का आरोप।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल कर्मचारियों (SAIL Employees) के मुद्दे पर कानूनी लड़ाई लड़ी जा रही है। सेल प्रबंधन (SAIL Management) के खिलाफ बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ (BSL Non-Administrative Employees Union), बीएकेएस भिलाई ने सेल वेज रीविजन 2017 (SAIL Wage Revision 2017) में धांधली का आरोप लगाया।

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अनियमितता पर प्रिंसिपल बेंच नई दिल्ली मे दायर मुकदमा को स्वीकार कर लिया गया है। यूनियन पक्ष की दलील सुनने के बाद सदस्य ने सेल प्रबंधन (SAIL Management) को नोटिस भेजने का निर्देश दिया। सेल प्रबंधन को 4 सितम्बर तक जवाब देना है।

यूनियन ने अपने पेटिशन में 15% फिटमेंट, 35% पर्क्स, 39 माह के फिटमेंट एरियर, 58 माह के पर्क्स एरियर ब्याज सहित मांगा है। गौरतलब है कि सेल वेज रीविजन 2017 (SAIL Wage Revision 2017)  विवादों से भरा हुआ है। बगैर आम सहमति सिर्फ बहुमत के आधार पर, वेज रीविजन एमओयू को लागू कर दिया गया।

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यूनियन का कहना है कि वेज रीविजन एमओयू में वर्णित एरियर पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। एक तरफ अधिकारी वर्ग को 19 माह के पर्क्स का एरियर दिया गया, लेकिन कर्मचारी वर्ग के लिए सरकार की मंजूरी तिथि का हवाला देकर पर्क्स एरियर से वंचित कर दिया गया।

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यहां तक कि इस्पात स्टैण्डिंग कमेटी के दिए गए आदेश को भी नजर अंदाज कर दिया गया। बाहरी तथा गैर निर्वाचित नेताओं के सहयोग से धांधली भरा वेज रीविजन कराया गया है।

यूनियन ने सबसे पहले दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, फिर न्यायालय के निर्देश पर कैट दिल्ली में केस को फाइल किया गया। प्रबंधन को लिखित रूप में जवाब देना होगा कि आखिरकार सेल कर्मियों के साथ जानबूझ कर भेदभाव क्यों किया गया।

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कर्मचारियों की तरफ से की गई मांग

एमजीबी: 15%

पर्क्स : 35%

फिटमेंट एरियर

पर्क्स एरियर

फिटमेंट तथा पर्क्स एरियर का ब्याज

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नियम कानून का उल्लंघन कर मनमाना फैसला हुआ

बीएकेएस बोकारो अध्यक्ष हरिओम कर कहना है कि बीएसएल सहित सभी सेल कर्मचारी, कंपनी के एसेट है। वेतन भत्ते सहित सभी लाभ में बराबर की हिस्सेदारी हमारा हक है। प्रबंधन, कंपनी की मालिक नहीं है कि वह नियम कानून का उल्लंघन कर मनमाना फैसला करे।

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