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श्रम एवं रोजगार मंत्रालय: महिलाओं के लिए टास्क फोर्स, Manufacturing, घरेलू काम, ई-कॉमर्स, सेवाओं, MSME पर फोकस

श्रम एवं रोजगार मंत्रालय: महिलाओं के लिए टास्क फोर्स, Manufacturing, घरेलू काम, ई-कॉमर्स, सेवाओं, MSME पर फोकस
  • श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने “भारत में महिला कार्यबल भागीदारी में सुधार” पर टास्क फोर्स की 7वीं बैठक बुलाई।
  • केयर इकोनॉमी को कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए सक्षम क्षेत्र के रूप में पहचाना गया।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। भारत में महिला कार्यबल भागीदारी में सुधार पर टास्क फोर्स (Task Force) की 7 वीं बैठक श्रम एवं रोजगार मंत्रालय (Ministry of Labour and Employment) नई दिल्ली में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता श्रम एवं रोजगार मंत्रालय (Ministry of Labour and Employment) (एलएंडई) की सचिव सुमिता डावरा ने की।

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श्रम एवं रोजगार मंत्रालय (Ministry of Labour and Employment) की सचिव ने कार्यबल में महिलाओं की अपरिहार्य भूमिका को अपने शुरुआती वक्तव्य में रेखांकित किया तथा इस बात पर प्रकाश डाला कि उनकी भागीदारी से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है तथा उद्योगों में कार्यस्थल विविधता भी समृद्ध होती है।

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उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कार्यबल में महिलाओं की सक्रिय और सार्थक भागीदारी को बढ़ावा देना सामाजिक न्याय के साथ-साथ एक जीवंत, नवोन्मेषी और समतामूलक समाज के निर्माण के लिए आवश्यक आर्थिक और रणनीतिक अनिवार्यता भी है।

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डावरा ने टास्क फोर्स (Task Force) को ऐसे हस्तक्षेपों की संस्तुति करने में व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, जिन्हें सरकार और निजी क्षेत्र दोनों ही कार्यबल में शामिल होने के लिए महिलाओं के समर्थन में लागू कर सकते हैं।

उन्होंने उद्योग संघों से महिलाओं के लिए अनुकूल वातावरण बनाने में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाली कंपनियों को मान्यता देने के लिए एक तंत्र स्थापित करने का भी आग्रह किया।

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क्षेत्रीय दृष्टिकोण अपनाने पर भी विचार-विमर्श

बैठक में भारत में महिला कार्यबल भागीदारी की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करने, प्रमुख चुनौतियों को पहचान कर सुधार के लिए संभावित रणनीतियों की खोज करने के लिए एक मंच उपलब्ध कराया गया।

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उल्लेखनीय चर्चाओं में, टास्क फोर्स (Task Force) ने देखभाल अर्थव्यवस्था को एक ऐसे क्षेत्र के रूप में पहचाना जिसमें महिला कार्यबल भागीदारी बढ़ाने की महत्वपूर्ण संभावना है। महिलाओं के लिए सभ्य नौकरियों का समर्थन करने के लिए एक क्षेत्रीय दृष्टिकोण अपनाने पर भी विचार-विमर्श किया गया।

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वेबिनार और कार्यशालाओं की श्रृंखला

टास्क फोर्स (Task Force) ने उद्योग संघों से आग्रह किया कि वे आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए जागरूकता पैदा करने और नियोक्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए वेबिनार और कार्यशालाओं की श्रृंखला आयोजित करें। सीआईआई ने महिला कार्यबल भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से नियोक्ताओं द्वारा अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं का एक संग्रह भी प्रस्तुत किया।

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सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य लाभ

टास्क फोर्स (Task Force) द्वारा चर्चा की गई प्रमुख रणनीतियाँ गतिशीलता बढ़ाने और सार्वजनिक परिवहन में सुधार; रोजगार क्षमता में वृद्धि; संचार अभियान; स्वरोजगार वाली महिलाओं और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य लाभ के संबंध में सहायता, आदि से संबंधित थीं। चर्चाओं में विनिर्माण, घरेलू काम, ई-कॉमर्स, सेवाओं, एमएसएमई आदि में कार्यरत महिलाओं को शामिल किया गया।

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3 महीने में आएगी अंतिम रिपोर्ट

बैठक के दौरान चर्चा की गई रणनीतियों से कार्यबल में महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर काबू पाने और सभी क्षेत्रों में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है। टास्क फोर्स की अंतिम रिपोर्ट तीन महीने के भीतर आने की उम्मीद है।

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बैठक में इनके प्रतिनिधि शामिल

बैठक में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई), अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ), संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ), स्वरोजगार महिला संघ (सेवा), भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस), सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई), आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) और वीवी गिरी राष्ट्रीय श्रम संस्थान (वीवीजीएनएलआई) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। टास्क फोर्स के कार्यक्षेत्र में महिला कार्यबल भागीदारी का विश्लेषण, रोजगार तक पहुँचने में महिलाओं के सामने आने वाली बाधाओं और चुनौतियों को पहचानना और दूर करने के लिए रणनीतिक सलाह देना शामिल है।

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