NJCS Sub-Committee Meeting 2023: ठेका श्रमिकों के वेतन समझौता में जोड़ें रात्रि, आवास, साइकिल और कैंटीन भत्ता

  • भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकांश स्थाई प्रकृति के कार्य ठेका श्रमिकों द्वारा किया जा रहा है। लेकिन सुविधा के नाम पर न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक की कार्यकारिणी बैठक यूनियन कार्यालय में रविवार को हुई। अन्य विभागों के श्रमिकों द्वारा सदस्यता ग्रहण करने एवं श्रमिकों के समस्या के निवारण पर चर्चा की गई। अध्यक्ष संजय कुमार साहू ने कहा किस सेल में ठेका श्रमिकों के होने वाला वेतन समझौते में रात्रि भत्ता आवास भत्ता, साइकिल भत्ता एवं कैंटीन भत्ता भी तय होना चाहिए।

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अध्यक्ष संजय साहू ने कहा कि बीएसपी में अधिकांश ठेका श्रमिकों को पिछले वेतन समझौता के तहत मिलने वाले एडब्ल्यूए की राशि सभी श्रमिकों को नहीं मिल पा रही है। इस बार का ठेका श्रमिकों का वेतन समझौता 2027 तक के लिए हो रहा है। भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकांश स्थाई प्रकृति के कार्य ठेका श्रमिकों द्वारा किया जा रहा है।

लेकिन सुविधा के नाम पर न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा है। वह भी पूरा नहीं मिल पा रही है। 6 जुलाई को होने वाली एनजेसीएस के ठेका श्रमिकों के वेतन से संबंधित सब कमेटी बैठक होने वाली है। इस बैठक में ठेका श्रमिकों का मूल वेतन तय होना चाहिए एवं चारों शिफ्ट में कार्य करने वाले श्रमिकों को अन्य भत्ते भी तय होना चाहिए।

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ठेका श्रमिकों को भी मिले सामाजिक सुरक्षा का लाभ

उपाध्यक्ष आर दिनेश ने कहा, बीएसपी के उत्पादन एवं लाभ में बढ़ोतरी के लिए कंधे से कंधा मिलाकर ठेका श्रमिकों द्वारा अति महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। बीएसपी प्रबंधन द्वारा सभी ठेका श्रमिकों के लिए भी सामाजिक सुरक्षा (स्वास्थ्य, शिक्षा, आवास एवं भविष्य की सुरक्षा) दिया जाना चाहिए, जिससे कि कुशल एवं अनुभव से श्रमिक संयंत्र के उत्पादन में लंबे समय तक योगदान दे सकें।

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आउट सोर्स कंपनियों में स्थानीय युवकों को मिले रोजगार

बीएसपी में अधिकांश कार्य आउट सोर्स के तहत दिया गया है, जिसमें बड़ी-बड़ी कंपनियां एसएमएस-2 व 3 और ब्लास्ट फर्नेस एवं कोक ओवन और मिल विभाग के उत्पादन एवं रखरखाव का पूरा कार्य कर रही है। कंपनियां अपने साथ बाहर से श्रमिक लेकर आ रही है और स्थानीय युवकों की भर्ती बहुत कम मात्रा में ले रहे है। स्थानीय श्रमिकों को बाहर के श्रमिकों की अपेक्षा कम वेतन दिया जाता है। बाहर की कंपनियों में भी 70% तक स्थानीय की भर्ती की जाए। अन्यथा इसकी शिकायत राज्य सरकार के साथ-साथ उच्च प्रबंधन से भी किया जाएगा।

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संगठित होकर अपने हक के लिए संघर्ष करना होगा

बैठक में स्थित ठेका श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष संजय कुमार साहू ने कहा बीएसपी के श्रमिकों को संगठित होकर अपने हक के लिए संघर्ष करना होगा। सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए आंदोलन की रूपरेखा बनाकर चरणबद्ध तरीके से अपनी मांग प्रबंधन से पूरी करवाना है। बीएसपी के अधिकांश कार्य ठेका श्रमिक कर रही है।

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प्रबंधन श्रमिकों के मांग को नजरअंदाज नहीं कर सकती। ठेका श्रमिकों का सामूहिक दुर्घटना बीमा पिछले 4 साल लंबित है, जबकि सेल के अन्य संयंत्रों में बहुत पहले हो चुका है वेतन समझौता एवं सुविधाओं की मांगों को लेकर सेल चेयरमैन के नाम से ज्ञापन दिया जाएगा।

यूनियन पदाधिकारियों की बैठक में ये रहे मौजूद

बैठक में सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह, आर दिनेश, मनोहर लाल, गुरुदेव साहू, जसवीर सिंह, सुरेश कुमार, दामन लाल, नवीन शर्मा, इंद्रमणि, जयकुमार नारायण, ज्ञानेश्वर, कन्हाई लाल एवं कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।