- Vizag Steel Plant की स्थिरता और अस्तित्व व 3 ब्लास्ट फर्नेस के संचालन के लिए आपातकालीन आधार पर विजाग बंदरगाह और गंगावरम बंदरगाह में उपलब्ध लौह अयस्क स्टॉक को डायवर्ट किया जाए।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। विशाखापट्टनम स्टील प्लांट (Visakhapatnam Steel Plant) को बचाने के लिए हर स्तर पर आंदोलन किया जा रह है। सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाई जा रही है। इसी बीच मान्यता प्राप्त यूनियन एटक के जनरल सेक्रेटरी डी. आदिनारायण ने सेल इस्पात सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा और सेल चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश (SAIL Chairman Amarendu Prakash) तक आयरन ओर की उठाई है।
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बोकारो एटक के जनरल सेक्रेटरी रामाश्रय प्रसाद के सेल चेयरमैन से मिलने से पहुंचे डी. आदिनारायण ने आरआइएनएल (RINL) को बचाने के लिए लौह अयस्क की आपूर्ति के लिए तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध किया है।
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आदिनारायण का कहना है कि इस विषय को कई मौकों पर मंत्रालय के ध्यान में लाया गया है और ट्रेड यूनियनों और विभिन्न राजनीतिक दलों के संसद सदस्यों द्वारा कई अभ्यावेदन दिए गए हैं कि एनएमडीसी (NMDC) आरआईएनएल (Rashtriya Ispat Nigam Limited) को पर्याप्त मात्रा में लौह अयस्क की आपूर्ति नहीं कर रहा है।
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और मंत्रालय से इस मामले में हस्तक्षेप करने और एनएमडीसी (NMDC) को आरआईएनआई (RINL) के रूप में पर्याप्त मात्रा में लौह अयस्क की आपूर्ति करने की सलाह देने का अनुरोध किया।
लौह अयस्क (Iron Ore) की कमी के कारण 3 के बजाय केवल 2 ब्लास्ट फर्नेस का संचालन किया जा सका। प्रतिबद्धता के अनुसार, एनएमडीसी को प्रतिदिन 6 से 7 रेक लौह अयस्क (Iron Ore) की आपूर्ति करनी है। जबकि एनएमडीसी अलग-अलग कारणों से 2 महीने से प्रतिबद्ध मात्रा की आपूर्ति नहीं कर रहा है।
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किरंदुल-विशाखापत्तनम रेलवे लाइन (Kirandul-Visakhapatnam Railway Line) में व्यवधान के कारण पिछले 10 दिनों से स्थिति खराब हो गई है और लौह अयस्क की आपूर्ति में देरी और कम आपूर्ति के कारण आरआईएनएल को केवल 1 ब्लास्ट फर्नेस संचालित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है और स्थिति चिंताजनक हो गई है।
यही स्थिति रही तो स्टील का उत्पादन ठप हो जाएगा। इन घटनाक्रमों से इस उद्योग पर निर्भर कर्मचारी और 30 लाख लोग दहशत में हैं।
इन परिस्थितियों में मंत्रालय से एनएमडीसी और सेल (SAIL) को सलाह देने का अनुरोध किया गया है। आंध्र प्रदेश के एकमात्र Vizag Steel Plant की स्थिरता और अस्तित्व के लिए 3 ब्लास्ट फर्नेस के संचालन के लिए आपातकालीन आधार पर विजाग बंदरगाह और गंगावरम बंदरगाह में उपलब्ध अपने लौह अयस्क स्टॉक को डायवर्ट करें।
यह भी सुझाव दिया गया है कि, आरआईएनएल प्रबंधन (RINL Management) को इस संकट से उबरने के लिए अस्थायी आधार पर उन व्यापारियों से लौह अयस्क खरीदने की सलाह दी जा सकती है जिनके स्टॉक विजाग बंदरगाहों पर उपलब्ध हैं।
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