ऐतिहासिक समझौते का उद्देश्य उद्योग में ठेकेदार श्रमिकों की पूर्व शिक्षण को मान्यता देना, उनके पेशेवर विकास को सुविधाजनक बनाना और उनकी समग्र क्षमता को बढ़ाना है।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल आरएसपी और आईआईएसएसएससी के बीच ठेकेदार श्रमिकों के लिए पूर्व शिक्षण को मान्यता देने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) साइन किया गया है।
अपने ठेकेदार श्रमिकों के कौशल को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण विकास के रूप में, सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आर.एस.पी.) ने भारतीय लौह और इस्पात क्षेत्र कौशल परिषद (आई.आई.एस.एस.एस.सी.) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किया है।
ऐतिहासिक समझौते का उद्देश्य उद्योग में ठेकेदार श्रमिकों की पूर्व शिक्षण को मान्यता देना, उनके पेशेवर विकास को सुविधाजनक बनाना और उनकी समग्र क्षमता को बढ़ाना है। एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर समारोह को कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) सम्मेलन कक्ष में कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) एस.आर.सूर्यवंशी और मुख्य कार्यपालक अधिकारी, आई.आई.एस.एस.सी. सुशीम बनर्जी की उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर मुख्य महा प्रबंधक प्रभारी (सेवाएं) देबब्रत दत्ता और आर.एस.पी. के कई अन्य मुख्य महा प्रबंधक और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
यह सहयोग ठेकेदार श्रमिकों को सशक्त बनाने और उनके अमूल्य योगदान को स्वीकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह ढांचा इन श्रमिकों को उनके कार्य अनुभव के माध्यम से हासिल किए गए कौशल और ज्ञान के लिए औपचारिक मान्यता प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा, जिससे व्यावहारिक विशेषज्ञता और औपचारिक योग्यता के बीच का अंतर कम हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि, पूर्व शिक्षण की मान्यता (आरपीएल) पहल राउरकेला इस्पात संयत्र से जुड़े ठेकेदार श्रमिकों के लिए पेशेवर संभावनाओं और कैरियर की प्रगति के अवसरों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कार्यक्रम मूल्यांकन द्वारा उनके पास मौजूद कौशल और दक्षताओं की पहचान कर उन्हें कौशल बढ़ाने और पुन: कौशल प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा तथा उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास को भी बढ़ावा देगा।
साझेदारी पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए श्री सूर्यवंशी ने कहा, ‘एम.ओ.यू. लौह और इस्पात उद्योग के समग्र विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ठेकेदार श्रमिकों की पूर्व शिक्षण को पहचानना उन्हें सशक्त बनाने और विकास के अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
हमें विश्वास है कि आई.आई.एस.एस.एस.सी. के साथ यह सहयोग पूरे क्षेत्र के लिए सार्थक परिणाम देगा।’
अपने विचार साझा करते हुए, सुशीम बनर्जी ने कहा, ‘यह सहकार्यता उद्योग जगत के भविष्य के लिए कुशल कार्यबल को बढ़ावा देने के प्रति हमारे सामूहिक समर्पण का उदाहरण प्रस्तुत करता है।’
प्रारंभ में मुख्य महा प्रबंधक (एचआरडी) राजश्री बनर्जी ने सभा का स्वागत किया। महाप्रबंधक (एचआरडी) एच.एन.पति ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया। वरिष्ठ प्रबंधक (एच.आर.डी.) अन्नपूर्णा बेहेरा ने कार्यक्रम का संचालन किया। यह समझौता ज्ञापन समावेशी विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा, उत्पादकता बढ़ाएगा और अधिक कुशल कार्यबल को बढ़ावा देगा।