- पुलिस की ओर से जानकारी दी गई कि चालक को पकड़ लिया गया है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल के भिलाई स्टील प्लांट में हादसे के बाद दो घंटे तक इस्पात भवन और मेन गेट जाम करके प्रदर्शन किया गया। परिजनजों के समर्थन में छावनी क्षेत्र के रहवासी भी सड़क पर बैठे रहे। बीएसपी प्रबंधन की ओर से प्रभारी सीजीएम एचआर जीएम आइआर जेएन ठाकुर ने हालात को बिगड़ने से बचा लिया।
पीड़ित पक्ष को छत्तीसगढ़ी में समझाकर माहौल को नियंत्रित किया। शाम करीब 5 बजे एचआरडी की तरफ की सड़क को खोल दिया गया। साढ़े 5 बजे मेन गेट मार्ग भी फ्री कर दिया गया। मृतक मजदूरक परिजन और समर्थक वहां से हट गए।
इससे पहले एचआरडी में पीड़ित परिवार, छावनी की महिला पार्षद, बीएसपी से जीएम जेएन ठाकुर, विकास चंद्रा, संजय द्विवेदी, यूनियन से संजय साहू, राजेंद्र परगनिहा, बृज बिहारी मिश्र, वंश बहादुर सिंह, शिव बहादुर सिंह आदि मौजूद रहे।
दोपहर साढ़े 3 बजे अचानक से इस्पात भवन के सामने बीच सड़क पर करीब 30 लोग धरने पर बैठ गए थे। सीआइएसएफ जवानों को भी कुछ समझ में नहीं आया। हालात बेकाबू होते जा रहे थे। आनन-फानन में मेन मेट की तरफ जाने वाले रास्ते पर जवानों को मुस्तैद कर दिया गया। किसी को भी मेन गेट की तरफ जाने नहीं दिया जा रहा था।
इस बीच प्रबंधन के साथ चर्चा में तय हुआ कि अनुकंपा नियुक्ति का लेटर बुधवार सुबह परिवार को सौंप दिया जाएगा। साथ में नियम के तहत जो भी राशि बन रही है, वह अदा की जाएगी। वहीं, ठेकेदार से पीड़ित परिवार ने 50 लाख रुपए की मांग की। ठेकेदार ने 10 लाख रुपए इंश्योरेंस का पैसा देने की बात कही।
मुआवजा के रूप में इतनी बड़ी राशि देने को सहमत नहीं हुए। इसको लेकर पेंच फंसा हुआ था। बीएसपी प्रबंधन से सहमति बनने के बाद परिवार वालों ने रास्ता खोल दिया। अब बुधवार को ठेकेदार से दोबारा बातचीत होगी। इसके बाद ही अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी।












