- ठेका श्रमिकों के 10 लाख का दुर्घटना बीमा की कापी ठेका श्रमिकों को प्रदान किया जाए, जिससे पता चले कि उनका दुर्घटना बीमा हुआ है या नहीं।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel plant) में नियमित कर्मचारियों की संख्या लगातार घटती जा रही है। ठेका मजदूरों की तेजी से बढ़ रही है। साथ ही विवाद का दायरा भी फैल रहा है। सेल एनजेसीएस बैठक में समझौता होने के बाद भी ठेका मजदूरों को एडब्ल्यूएस का 1400 रुपए नहीं मिल रहा है, जिसको लेकर भिलाई स्टील प्लांट के मजदूर बुधवार सुबह सड़क पर उतर गए। मुर्गा चौक को जाम कर दिया। इंटक ठेका यूनियन के बैनर तले प्रबंधन और ठेकेदार विरोधी नारेबाजी की गई।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत करीब 600 से अधिक ठेका मजदूरों ने अपनी ताकत का एहसास कराया। अध्यक्ष संजय साहू के नेतृत्व में प्रबंधन से मांग की गई कि मजदूरों का पैसा दिलाया जाए। हर माह 1400 रुपए का नुकसान मजदूरों को हो रहा है।
स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक (Steel Contract Labour Union INTUC) के नेता भी काफी गदगद इस बात से थे कि मजदूर एकजुटता दिखा रहे हैं। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel plant) में कार्य कर रहे ठेका श्रमिकों के समस्या को अब वे आक्रामक हो रहे हैं। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के अध्यक्ष संजय साहू ने कहा कि ठेका श्रमिकों की समस्या को लेकर के भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन को समय-समय पर ज्ञापन दिया गया, लेकिन अधिकांश समस्याएं यथावत है।
8 फरवरी को सेल प्रबंधन (SAIL Management) द्वारा ठेका श्रमिकों के एडब्ल्यूए की राशि में 1400 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। लेकिन सेल के अन्य संयंत्रों में ठेका श्रमिकों को मार्च 2024 से राशि वितरित किया जा चुका है।
लेकिन, भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन (Bhilai STeel plant Management) द्वारा आदेश निकलने के पश्चात भी ठेका कंपनियों द्वारा अभी तक अधिकांश जगह में एडब्ल्यूए की राशि नहीं दी गई है। इससे ठेका श्रमिकों में काफी आक्रोश है।
प्रदर्शन के बाद मेन गेट पर विवाद
मुर्गा चौक पर प्रदर्शन में शामिल मजदूरों को मेन गेट से जाने से रोका गया। सीआइएसएफ जवानों का कहना था कि गेट पास मरौदा गेट और बोरिया गेट का है। इसलिए मेन गेट से आवाजाही की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इसके चलते 50 से अधिक मजदूर मेन गेट पर ही रोक दिए गए। इसकी खबर लगते ही इंटक ठेका यूनियन के पदाधिकारी मेन गेट पर पहुंचे। वरिष्ठ प्रबंधन से बातचीत की। सीआइएसएफ के अधिकारियों से बातचीत के बाद सबको ड्यूटी जाने दिया गया। इस दौरान मजदूरों ने यह बोल दिया कि अगली बार प्रदर्शन के लिए आएंगे तो छुट्टी लेकर आएंगे, वापस ड्यूटी नहीं जाएंगे।
भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) में 22000 ठेका श्रमिक कार्यरत हैं। लेकिन भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन (Bhilai Steel Plant Management) द्वारा उन्हें सिर्फ एक गेट से आने-जाने की सुविधा दी गई है। उन्हें ईएसआईसी हॉस्पिटल एवं आईआर ऑफिस जाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सीआईएसफ द्वारा उन्हें अन्य गेटों से आने-जाने नहीं दिया जाता है। लगातार मांग की जा रही है कि सभी गेट से उन्हें आने-जाने की अनुमति दी जाए।
ठेका श्रमिकों के 10 लाख के दुर्घटना बीमा की कापी ठेका श्रमिकों को दें
यूनियन की मांग है कि ठेका श्रमिकों के 10 लाख का दुर्घटना बीमा की कापी ठेका श्रमिकों को प्रदान किया जाए, जिससे पता चले कि उनका दुर्घटना बीमा हुआ है या नहीं। ईएसआईसी की एक कॉपी भी प्रदान की जाए एवं परिवार के सभी सदस्यों को ईएसआईसी में जोड़ा जाए।
प्रदर्शन में ये रहे मौजूद
प्रदर्शन में सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह सार्वा, चंद्रशेखर सिंह, मनोहर लाल, आर दिनेश, गुरुदेव साहू, जसबीर सिंह, रिखीराम साहू, संतोष ठाकुर, जयराम ध्रुव, कान्हा राम, सुरेश दास टंडन, ओमप्रकाश देवांगन, दाऊ लाल, देवेंद्र कुमार, राकेश कुमार, टी रामू, निलेश कुमार, अमरजीत, भोजराज, मनोज कुमार यादव, जय कुमार, इंद्रमणि, दमन लाल साहू, नारायण उपस्थित थे।