- भारत के समस्त आदिवासी बिरसा मुंडा को धरती आबा के नाम से पुकारते हैं।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई इस्पात संयत्र एससी-एसटी एम्पलाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष कोमल प्रसाद की अध्यक्षता में डॉ. अम्बेडकर प्रेरणा स्थल सेक्टर-6 में महान जननायक बिरसा मुंडा की जयंती जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाई गई। मुख्य अतिथि केआर शाह द्वारा बिरसा मुंडा के तैलचित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजली अर्पित किया गया।
मुख्य अतिथि ने बिरसा मुंडा के जीवन को रेखांकित करते हुए बताया कि 15 नवम्बर 1875 को जन्मे महान स्वतंत्रता सेनानी और न सिर्फ मुडा जनजाति अपितु सम्पूर्ण जनजाति के गौरव थे। उन्होने झारखण्ड में हुए आदोलन का सफलता पूर्वक नेतृत्य किए थे।
भारत के समस्त आदिवासी उन्हें धरती आबा के नाम से पुकारते है। उन्होंने जल जंगल जमीन की रक्षा और शोषण के विरूद्ध महाविद्रोह उलगुलान चलाया था। वर्तमान परिस्थितियां बहुत विकट है। हमे अपने जल जंगल जमीन के संरक्षण के लिए जागरूक होकर एक साथ संघर्ष करना होगा।
एसोसिएशन के अध्यक्ष कोमल प्रसाद ने कहा कि आज हम बिरसा मुंडा जयंती के पावन अवसर पर जनजाति गौरव दिवस आयोजन कर यह संदेश देने में सफल हुए है कि हम सब एक हैं और अपने एससी/एसटी वर्गों के सभी समुदायों को शिक्षा, सामाजिक, आर्थिक एवं आत्म सम्मान के लिए जागरूक रहना होगा। हमारी एसोसिएशन के द्वारा हम अपने सभी महापुरुषों के बारे मे जन- जन तक पहुंचने का कार्य कर रहे हैं जिसमें समाज का समर्थन हमे प्राप्त हो रहा है। कार्यक्रम का संचालन महासचिव विजय कुमार रात्रे ने किया।
पढ़िए कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल थे
कमलेश ध्रुव, नमिता ठाकुर, धनेश्वर सिंह धुर्वे, डाक्टर उदय धावर्डे, एडी बेनर्जी, कमल टंडन, अश्लेष मरावी, श्याम लाल नेंगी, बहादुर जयसवारा, सविता मेश्राम ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस पावन अवसर पर एसोसिएशन ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले संगठनो आदिवासी मातृशक्ति संगठन भिलाई, आदिवासी मंडल रामनगर भिलाई, जगों लिंगो महिला समिति भिलाई, रामजी ठाकुर, गीता लाल मडावी, खिलेश्वरी घलेन्द्र, ममता ध्रुव, कविता ठाकुर, आदिवासी साग, महिला समूह नृत्य, छत्तीसगढी सुवा नृत्य, कल्याणी ठाकुर सहितं चेतन लाल राणा एवं तथागत म्यूजिकल ग्रुप भिलाई को सम्मान पत्र से सम्मानित किए।
कार्यक्रम में उत्तम मंडावी, दिनेश नेताम, अशोक कंगाली, ज्योति ध्रुव, जयपाल सिंह ठाकुर, रजना चंद्रवंशी, अश्लेष मरावी, अनिल साखरे, धनंजय मेश्राम, चेतन लाल राणा, वेद प्रकाश सूर्यवंशी, शकुमार भारद्वाज, शशांक प्रसाद, परमेश्वर कुर्रे, अनिल कुमार खेलवार, नरेश चंद्र, कालीदास बघेल, उत्तम मंडावी, संजय कुमार, कुजलाल ठाकुर, यशवंत नेताम, कार्यकारणी सदस्य धरमपाल, जीतेन्द्र कुमार भारती, हेमन्त भुआर्य, लेखराज घरेन्द्र सहित बड़ी संख्या में लोग के उपस्थित थे।












