- सुरक्षित इस्पात के उत्पादन और सुरक्षा जाल को मजबूत करने के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देने का आह्वान किया।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल, राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) (SAIL, Rourkela Steel Plant (RSP)) ने विश्व के साथ मिलकर इस्पात सुरक्षा दिवस का पालन किया। राउरकेला स्टील प्लांट सह अतिरिक्त प्रभार बोकारो स्टील प्लांट के निदेशक प्रभारी (डीआईसी) अतनु भौमिक एच.आर.डी. सेंटर के गोपबंधु ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे।
मंच पर उप निदेशक (फैक्टरी एवं बॉयलर), ओडिशा सरकार विभू प्रसाद, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) एसआर.सूर्यवंशी, कार्यपालक निदेशक (एम.एण्ड एच.एस.), डॉ. बीके.होता और कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन सह अतिरिक्त प्रभार परियोजनाएं) तरूण मिश्र, कार्यपालक निदेशक (खान) आलोक वर्मा, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) ए.के.बेहुरिया, ओडिशा सरकार के दोनों सहायक निदेशक (फैक्टरी एवं बॉयलर) बिबेकानंद नायक और स्वराज कुमार त्रिपाठी, आर.एस.पी. के मुख्य महा प्रबंधक, विभागाध्यक्ष, विभागीय सुरक्षा अधिकारी, संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारी और प्रतियोगिताओं के विजेता समारोह में उपस्थित थे।
सभा को संबोधित करते हुए श्री भौमिक ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को बधाई दी और सुरक्षा पहलों को समेकित और मजबूत करने में सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘हमें शून्य नुकसान के साथ इस्पात बनाने की जरूरत है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि संयंत्र में प्रवेश करने वाला प्रत्येक व्यक्ति सुरक्षित रूप से घर जाए।
अपने कर्मचारियों की सुरक्षा करना और साथ ही उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करना हमारी जिम्मेदारी है’, और सभी से दिन-प्रतिदिन के आधार पर सुरक्षित प्रक्रियाओं का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने सभी से संगठन में सुरक्षित इस्पात के उत्पादन और सुरक्षा जाल को मजबूत करने के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देने का आह्वान किया।
सुरक्षित कार्यस्थल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विभु प्रसाद ने कहा, ‘सुरक्षा केवल एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है, यह ठेका श्रमिकों से लेकर शीर्ष प्रबंधन तक कर्मचारी की सामूहिक जिम्मेदारी है।’
ईडी वर्क्स एसआर.सूर्यवंशी ने कहा
इस अवसर पर बोलते हुए ईडी वर्क्स एसआर.सूर्यवंशी ने कहा कि ‘एक भी आपदा से बचना हमारे लिए दीर्घकालिक रूप से एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है। हमें खतरे के स्रोत की पहचान करने और जोखिमों को कम करने के बारे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।’
एसओपी का पालन करें
डॉ. होता ने एसओपी और पीपीई के महत्व पर प्रकाश डालते हुए चिकित्सा परिदृश्य के उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा, ‘जैसे एक सर्जन सर्जरी से पहले कुछ एस.ओ.पी. का पालन करता है, शॉप फ्लोर में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को एसओपी का पालन करना चाहिए और पी.पी.ई. पहनना चाहिए।’
सुरक्षा वीडियो फिल्म
तरूण मिश्रा ने सुरक्षा शब्द को इस प्रकार से विस्तृत किया-खतरे को खोजें, जोखिम का विश्लेषण करें, कारण खोजें, उसे खत्म करें और दूसरों को बताएं कि अब आप सुरक्षित हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत सुरक्षा वीडियो फिल्म की स्क्रीनिंग और एम.ओ.एम.टी. (आर.एम.एच.पी.) एके.डोरा और उनकी टीम द्वारा सुरक्षा पुरस्कार विजेता गीत की प्रस्तुति के साथ हुई। डी.आई.सी. ने आर.एस.पी. के सुरक्षा शुभंकर ‘अबेध्या’ का उद्घाटन किया और एच.आर.डी.सी. लॉन में पी.पी.ई. प्रदर्शनी स्टालों का भी दौरा किया।
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वाद-विवाद प्रतियोगिता
गण्यमान्यों ने राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के दौरान नियमित और ठेका दोनों कर्मचारियों के लिए आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे क्विज़ और वाद-विवाद प्रतियोगिता, टूल बॉक्स टॉक, हैज़र्ड हंट, सुरक्षा स्किट के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
सर्वश्रेष्ठ एजेंसी सुरक्षा अधिकारियों, विभागीय सुरक्षा अधिकारियों को भी पुरस्कृत किया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं के निर्णायकों को भी सम्मानित किया गया। कैप्टिव पावर प्लांट-1 ने सर्वश्रेष्ठ हाउसकीपिंग और सुरक्षा के लिए चैंपियन पुरस्कार जीता।
प्रारंभ में महा प्रबंधक प्रभारी (एस.ई.डी.) आशा कर्था ने स्वागत भाषण दिया। महा प्रबंधक (एस.ई.डी.), अबकास बेहेरा ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रबंधक (सुरक्षा) प्रज्ञा नाथ द्वारा किया गया।
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