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FSNL के निजीकरण के खिलाफ हड़ताल शुरू, कामकाज पूरी तरह ठप, मोदी सरकार पर उठी अंगुली

FSNL के निजीकरण के खिलाफ हड़ताल शुरू, कामकाज पूरी तरह ठप, मोदी सरकार पर उठी अंगुली
  • जापानी कंपनी को एफएसएनएल सौंपने के आदेश को रोकवाने के लिए कार्मिक हड़ताल पर चले गए हैं।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड (FSNL) के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। भिलाई, राउरकेला, इस्को बर्नपुर, दुर्गापुर, बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) में एक साथ हड़ताल की जा रही है। मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर कार्मिक चले गए हैं।

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Strike against privatization of FSNL, work completely stopped, finger raised on Modi government

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जापानी कंपनी को एफएसएनएल (FSNL) सौंपने के आदेश को रोकवाने के लिए कार्मिक हड़ताल पर चले गए हैं। अधिकारी और कर्मचारी काम पर नहीं हैं। करीब 3 हजार कार्मिकों के हड़ताल पर होने की वजह से कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है।

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एफएसएनएल (FSNL) स्टील सेक्टर (Steel Sector) का एक अभिन्न अंग है। कैबिनेट ने इसके निजीकरण का निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि 3000 करोड़ से अधिक की राष्ट्रीय संपत्ति को केवल 320 करोड़ में जापान की एक निजी पार्टी को सौंपा जा रहा है। FSNL को बिक्री सूची में शामिल किए जाने के बाद से हम इसके निजीकरण और विनिवेश के खिलाफ लगातार संघर्ष हो रहा है। कैबिनेट के FSNL के निजीकरण के फैसले के खिलाफ इस्पात उद्योग के हर कोने में अभियान चलाया जा रहा है।

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इसी के तहत आज भिलाई में स्थित फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड कार्यालय (Ferro Scrap Nigam Limited Office) के सामने संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन हो रहा। वहां पर कार्यरत कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए। सीटू इस आंदोलन का पूर्ण समर्थन करते हुए आंदोलनकारी कर्मियों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त कर रहा है। वहीं, इस आंदोलन में एफएसएनएल के अधिकारियों-कर्मचारियों के समर्थन में इंटक से संबंधित यूनियन भी सड़क पर उतरी हुई है।

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