प्रोफेसर पायल बनर्जी ने अपील किया है कि नकली शादी को असली न मानें, भद्दा कमेंट न करें।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। अगर क्लास रूम को ही मंडप बनाया गया। स्टूडेंट दूल्हा बना। दूल्हन कोई और नहीं, बल्कि मैडम बनीं। हाथों में वर माला लिए दोनों आगे बढ़े। सिंदूर से मांग भरी गई। कलश को साक्षी मानकर फेरे लिए गए। यह सब क्लास रूम में हुआ। बकायदा कुछ छात्र-छात्राएं वीडियो बनाते रहे और बधाई दी।
दोगुनी उम्र की मैडम की मांग भरने वाला छात्र शर्माता रहा। मैडम के चेहरे पर भी मुस्कान थी। शादी के बाद अब यही मुस्कान मातम में बदल गई है। विश्विवद्यालय प्रबंधन ने क्लास रूम पर एक्शन ले लिया है। मैडम को जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है। एक जांच कमेटी गठित कर छानबीन की जा रही है।
यह सब पश्चिम बंगाल में नदिया जिले के हरिणघाटा स्थित मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हुआ है। जहां प्रोफेसर पायल बनर्जी फ्रेशर पार्टी की तैयारियां करा रही थीं। कुछ डांस, सांस्कृतिक कार्यक्रम और एक नाटक का मंचन होना था। इस नाटक में दुल्हन की भूमिका को खुद प्रोफेशर पायल ने निभाना शुरू किया।
शादी नाटक की रिहर्सल का हिस्सा था
पूरी शादी नाटक की रिहर्सल का हिस्सा था। लेकिन, कुछ शरारती तत्वों ने इसे सोशल मीडिया पर गलत नजरिए से पेश कर दिया। कॉलेज के लिए कुछ शिक्षकों पर आरोप लगाए जा रहे हैं। फिलहाल, वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
प्रोफेसर पायल बनर्जी सामने आईं
वीडियो वायरल होने के बाद प्रोफेसर पायल बनर्जी सामने आईं और भावुक अपील किया कि प्लीज इस वीडियो को शेयर मत कीजिए। यह कॉलेज के एक सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाटक का हिस्सा था। रिहर्सल में बहुत सारे इवेंट हुए, किसी को वायरल नहीं किया गया।
सिर्फ शादी वाला वीडियो वायरल करने का मकसद समझ में सबको आ रहा है। मेरी छवि को खराब करने की कोशिश की गई है। मेरे साथ ही स्टूडेंट को भी बदनाम किया गया। स्टूडेंट का कॅरियर है, प्लीज भद्दे कमेंट न करें।
जानिए प्रोफेसर पायल बनर्जी के बारे में
- नाटक के पात्र में दुल्हन बनी प्रोफेसर पायल 2013 से मनोविज्ञान शिक्षक के रूप में काम कर रही हैं।
मनोविज्ञान पर 13 पुस्तकें प्रकाशित की हैं। - स्कूल काउंसलर के रूप में भी काम किया है।
- नई दिल्ली के विमहांस में इंटर्न के रूप में काम किया है।
- एससीओपीयूएस और वेब ऑफ साइंस इंडेक्स्ड जर्नल्स में प्रकाशनों सहित 17 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में 12 शोध पत्र और राष्ट्रीय सम्मेलनों में 4 शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं।
- टेलर और फ्रांसिस के साथ प्रकाशन सहित विभिन्न पुस्तकों और प्रकाशन गृहों में 4 अध्याय प्रकाशित किए हैं।
- प्रोफेसर पायल बनर्जी पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से ग्रेजुएशन हैं।
- गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
- कलकत्ता विश्वविद्यालय से पोस्ट पीजी डिप्लोमा उनके पास है।
- 2009-10 सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नई दिल्ली में साइकोलॉजिस्ट इंटर्न के रूप में छह महीने तक एक कंपनी में बाइकर्स इंडस्ट्रियलिस्ट काउंसलर के रूप में काम किया।
- अक्टूबर 2022 से वह मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MAKAUT) में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काम कर रही हैं।
मिलनसार हैं मैडम, फालतू में लोग भद्दा कमेंट कर रहे
प्रोफेसर पायल बनर्जी के बारे में बताया जा रहा है कि वह स्टूडेंट्स को बहुत प्यार देती हैं। अपने बच्चों की तरह मानती हैं। दोस्ताना रिश्ता रखती है। यही वजह है कि छात्र-छात्राएं भी उनसे बहुत घुले-मिले रहते हैं। इसलिए नाटक में मैडम को भी पात्र की भूमिका दे दी। बगैर सच्चाई जाने लोगों ने सोशल मीडिया पर भद्दा कमेंट करना शुरू कर दिया। सूचनाजी.कॉम भी आप लोगों से अपील करता है कि भद्दे कमेंट से बचें।
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