- एनजेसीएस यूनियनों ने बायोमेट्रिक से उपस्थिति होने पर ही बढ़े हुए रात्रि भत्ता मिलने के लिए लिखित सहमति दी थी।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। आरएफआईडी (बायोमेट्रिक्स) को 1 जुलाई से भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में अनिवार्य किया जा रहा है। इसके खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा यूनियनें 29 जून को सुबह 8 बजे से 9 बजे तक बोरिया गेट पर हंगामा करेंगी। वहीं, इन यूनियनों के खिलाफ बीएसपी वर्कर्स यूनियन (BSP Workers Union) ने ही मोर्चा खोल दिया है।
बीएसपी वर्कर्स यूनियन (बीएसपी वर्कर्स यूनियन ) की साप्ताहिक बैठक में आरएफआईडी (बायोमेट्रिक्स) को लेकर मंथन हुआ, जिसमें आरएफआईडी (बायोमेट्रिक्स) (RFID (Biometrics)) के लिए एनजेसीएस यूनियनों और सेल प्रबंधन (SAIL Management) की भीतरी साठगांठ उजागर हुई।
बीएसपी वर्कर्स यूनियन (BSP Workers Union) के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने कहा कि 2014 के वेतन समझौते में ही एनजेसीएस यूनियनों ने बायोमेट्रिक्स के लिए लिखित समर्थन दे दिया था।
और इसके बाद इस साल 30 मई को हुई एनजेसीएस मीटिंग (NJCS Meeting) में भी एनजेसीएस यूनियनों (NJCS Unions) ने बायोमेट्रिक से उपस्थिति होने पर ही बढ़े हुए रात्रि भत्ता (night Shift Allowance) मिलने के लिए लिखित सहमति दी थी।
अब ये किस मुंह से इसका विरोध कर रहे है। अगर बायोमेट्रिक का विरोध करना था, तो सबसे पहले दिल्ली में ही करना था, अभी यहां कर्मचारियों के सामने इसका विरोध का नाटक कर रहे हैं।
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बुजुर्ग नेताओं को दिल्ली में विरोध के लिए बोलें
उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि एक तरफ दिल्ली में सभी एनजेसीएस यूनियनों के वरिष्ठ नेता बायोमेट्रिक के लिए सेल प्रबंधन के साथ हाँ में हाँ मिलाते हैं और दूसरी तरफ यहाँ प्लांट में उनके चेले श्रमायुक्त के पास इसके विरोध में परिवाद लगाते है।
एनजेसीएस यूनियन नेताओं के इस रवैये को अब सभी बीएसपी कर्मचारी समझ रहें हैं और उनमें इसको लेकर रोष भी है।
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एनजेसीएस यूनियन के लोकल नेताओं को चैलेंज करते हुए बीएसपी वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष ने कहा कि पाँचो एनजेसीएस युनियन के लोकल नेता दिल्ली में स्थित अपने अपने वरिष्ठ नेताओं से बायोमेट्रिक्स के विरोध में पहले लिखित सहमति लाएं या फिर अपने बुजुर्ग नेताओं को दिल्ली स्थित सेल कारपोरेट ऑफिस में एक साथ लिखित विरोध करने बोलें, उसके बाद यहाँ विरोध प्रदर्शन करें। दिल्ली में हाँ और भिलाई में ना का नाटक ना करें…।
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बीएसपी प्रबंधन की अपूर्ण तैयारी पर निशाना
बायोमेट्रिक्स को लेकर बीएसपी प्रबंधन की अपूर्ण तैयारी पर निशाना साधने हुए उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि बायोमेट्रिक्स सिस्टम लगाने की हड़बड़ी में बीएसपी प्रबंधन बीएसपी कर्मचारियों के लिए सुव्यवस्थित और स्वादिष्ट हाइजेनिक तरीके से पके हुए खाने वाले कैंटीन, साफ-सुथरे टायलेट और आरामदायक रेस्ट रूम की व्यवस्था करना भूल गया।
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प्लांट में आज भी कर्मचारी पॉम आयल में पके अनहाइजैनिक खाना खाने के लिए मजबूर है, जबकि अधिकांश कर्मचारियों को शिफ्ट ड्यूटी के कारण बीपी और शुगर की शिकायत है। बहुत सारे टायलेट्स में लाइट के साथ-साथ दरवाजे भी गायब है।
कार्य के दौरान थके हुए कर्मचारियों के आराम के लिए कूलर अथवा एसी वाला आरामदायक रेस्ट रूम की जगह पुराने और खंडहर रेस्ट रूम हैं। प्लांट के सभी एंट्री गेट के पास ट्रकों की बेतरतीब पार्किंग ड्यूटी आने वाले कर्मचारियों के लिए खतरनाक और दुर्घटना को बुलावा देने वाला है।
कर्मचारियों के लिए बेहतर व्यवस्था की मांग
उज्जवल दत्ता ने आगे बताया कि इस्पात भवन में बड़े अधिकारियों ने अपने लिए इंडियन कॉफी हाउस की कैंटीन, साफ सुथरे टायलेट्स और उत्कृष्ट कार्यक्षेत्र बना रखा है। वहीं, दूसरी ओर प्लांट के अंदर काम करने वाले कर्मचारी और अधिकारी प्रबंधन की दूषित व्यवस्था का शिकार है।
प्लांट के अंदर बहुत सारे अधिकारी बायोमेट्रिक्स के साथ काम करने और करवाने में परेशानी होने की बात कह रहे हैं और इसे नॉन वर्क्स एरिया के अधिकारियों की अनभिज्ञता का परिणाम बता रहें है।
बैठक में यूनियन के ये पदाधिकारी रहे मौजूद
बैठक में प्रमुख रूप से यूनियन अध्यक्ष उज्जवल दत्ता, महासचिव खूबचंद वर्मा, कार्यकारी महासचिव शिव बहादुर सिंह, अतिरिक्त महासचिव टी डीलेश्वर राव, उपाध्यक्ष अमित बर्मन ,शैलेश सिंन्हा, उप महासचिव मनोज डडसेना, सी नरसिंह राव, जितेंद्र यादव, सुरेश सिंह, आशीष श्रीवास्तव, सहायक महासचिव विमल कांत पांडे, के एल अहिरे,लुमेश कुमार, प्रदीप सिंह, मंगेश हरदास, सुभाष चंद्र महाराणा, संदीप सिंह ,राजकुमार सिंह, सचिव रवि शंकर सिंह, रविंद्र सिंह, सुजीत सोनी, डी के गिरी,डीपी सिंह, डी आर सोनवानी आदि उपस्थित थे।