- तिरुपति बालाजी मंदिर में दर्शन के लिए नियम तय है। हर दिन यहां करीब 50 हजार से 1 लाख दर्शनार्थी पहुंचते हैं।
सूचनाजी न्यूज, तिरुपति। धार्मिक स्थलों (Religious Places) पर अक्सर हादसे की खबर आती है। इस वक्त देश के आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) में भगदड़ से मौत ने देशवासियों को झकझोर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया है। आप भी भीड़ और इस तरह के हादसे से बच सकते हैं। बालाजी का दर्शन करने के लिए जा रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लीजिए।
देश में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगदड़ के कारण हुई लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। 6 लोगों की मौत और 40 दर्शनार्थी जख्मी हुए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा; “आंध्र प्रदेश के तिरुपति में हुई भगदड़ की घटना से आहत हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल व्यक्ति जल्द ही स्वस्थ हो जाएं। आंध्र प्रदेश सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।
तिरुपति वेंकटेश्वर मन्दिर (Venkateswara Temple of Tirumala) और दर्शन सुविधा
जानकार बताते हैं कि तिरुपति बालाजी मंदिर में दर्शन के लिए नियम तय है। हर दिन यहां करीब 50 हजार से 1 लाख दर्शनार्थी पहुंचते हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचने वाले लोगों की भीड़ इतनी होती है कि आपको दर्शन के लिए तीन से चार दिन तक इंतजार करने पड़ सकते हैं। इसलिए मंदिर प्रबंधन ने भीड़ से बचने की व्यवस्था की है।
तिरुपति बालाजी की वेबसाइट https://www.tirumala.org/TTDTempleHistory.aspx से ऑनलाइन बुकिंग करके VVIP दर्शन कर सकते हैं। VVIP दर्शन के लिए मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर बुकिंग की व्यवस्था भी की गई है। नाम, फोन नंबर और आधार कार्ड नंबर जैसी जानकारी देकर लॉग इन करके बुकिंग कर सकते हैं।
VVIP दर्शन के लिए 300 रुपए का दर तय है। सामान्य टिकट 50 रुपए का है। अक्टूबर से मार्च के बीच यहां अधिक भीड़ होती है। इसलिए आप ऑनलाइन बुकिंग से अपना समय तय कर लीजिए।
दर्शन सुबह 6.30 बजे से शुरू होता है। तिरुमला में सुबह 10.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक कल्याणोत्सव मनाया जाता है।
बता दें कि तिरुपति बालाजी मंदिर में हादसा बैकुंठ द्वार दर्शन के टिकट काउंटर के पास हुई।
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मंदिर में भड़दड़ का ये है कारण
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने वैकुंठ एकादशी के उपलक्ष्य में 10 दिनों तक विशेष दर्शन की व्यवस्था की थी। यह दर्शन 10 जनवरी से 19 जनवरी तक वैकुंठ द्वार से होने थे। इसके लिए TTD ने स्पेशल दर्शन टोकन (SSD टोकन) जारी करने की घोषणा की।
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ये टोकन 9 जनवरी सुबह 5 बजे से तिरुपति और तिरुमाला के काउंटरों पर मिलने थे। सुबह होते ही भक्तों की भारी भीड़ टोकन काउंटरों पर इकट्ठा होने लगी। हर कोई जल्दी टोकन पाना चाहता था, जिससे भीड़ अनियंत्रित हो गई। इसका नतीजा यह हुआ कि 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 घायल हो गए।