Bokaro Steel Plant: गेट पास छीनने, ATM से पैसा निकालने और काम से बैठाने पर भड़का गुस्सा

  • एटक के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि आरएमपी विभाग के उत्पादन में  ठेका श्रमिक स्थाई प्रकृति के कार्य में कई सालों से लगे हैं, अब शोषण हो रहा।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) के आरएमपी विभाग (RMP Department) के उत्पादन में बरसों से लगे ठेका श्रमिकों को क़ानून सम्मत  मिनिमम वेज भुगतान लेने के कारण काम से बैठा दिया गया। गेट पास छीन लिया गया। पैसा वापस नहीं करने पर ATM से पैसा निकालने के खिलाफ अब मजदूरों का गुस्सा भड़क गया है। आरएमपी विभाग (RMP Department) के महाप्रबंधक कार्यालय पर प्रदर्शन कर इंसाफ की मांग की गई।

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प्रदर्शन को संबोधित करते हुए एटक के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह (General Secretary Ramashray Prasad Singh ) ने कहा कि आरएमपी विभाग के उत्पादन में  ठेका श्रमिक स्थाई प्रकृति के कार्य में गत 15 वर्षों से संलग्न है। 10 व 31 अगस्त को नया ठेका एसबी कंस्ट्रक्शन एवं स्टील कंस्ट्रक्शन (SB Construction and Steel Construction) को मिला है। पुराने मजदूर को काम से बैठाने एवं नए मजदरों  को आईपी नंबर (IP Number) क्रिएट कर लाने की प्रक्रिया आरंभ कर दिया है।

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इस प्रकार जितना पुराना मजदूर है, जो मिनिमम वेज लेता है। सभी के सभी मजदूर बाहर हो जाएंगे। आरएमपी (RMP) में ठेकेदार नहीं बदलता है, लेकिन मजदूर यदि मिनिमम वेज लेता है तो उसे बदलने के लिए विभागीय  प्रबंधन एवं ठेकेदार का  गठजोड़ एक साथ मिल जाता है।  उन्होंने कहा-इस प्रकार की स्थिति 2018 में भी उत्पन्न किया जा चुका है, लेकिन तत्कालीन अधिशासी निदेशक  के  हस्तक्षेप के कारण मजदूरों को बचाया जा सका था।

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आरएमपी ऑपरेशन (RMP Operation) के सभी के सभी मजदूर स्थाई प्रकृति के कार्य में संलग्न हैं। सभी मजदूर मिनिमम वेज (Laborer Minimum Wage) का भुगतान लेते हैं। ऐसी स्थिति में मजदूरों को काम से बैठाना मिनिमम वेज एक्ट का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन है। यूनियन ने कहा-संजय मुर्मू एवं अन्य कुशल मजदूर आरएमपी में क्लीन का काम गत 4 वर्षों से करते रहे हैं। इन सभी मजदूरों का एटीएम कार्ड (ATM Card) दीपक कंस्ट्रक्शन (Deepak Construction) के पास के पास था। मजदूर को काम से भी बैठा दिया एवं फाइनल रकम का सभी पैसा एटीएम द्वारा निकाल लिया। इस प्रकार की स्थिति आरंभ से ही विभाग में चल रही है।

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यूनियन का आरोप है कि प्रबंधन से तीन-तीन बार वार्ता के पश्चात 15 वर्षों से काम कर रहे मजदूरों को काम पर नहीं रखना नए मजदूर को काम पर रखना। इस प्रकार सभी के सभी पुराने मजदूर काम से बाहर कर दिए जाएंगे। इतना ही नहीं दुर्योधन महतो को महाप्रबंधक कार्यालय में बुलाकर गेट पास छीन लिया गया। प्रधान नियोक्ता की हैसियत से विभागीय प्रबंधन द्वारा मजदूरों की  सिक्योरिटी नहीं देना कारखाना अधिनियम के विपरीत अनुचित श्रम व्यवहार के अंतर्गत आता है।

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श्रमिक नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि आप अपने स्तर से हस्तक्षेप कर सभी के सभी पूर्व से कार्यरत मजदूरों को काम पर लाने,उन्हें जॉब का सिक्योरिटी देने का कष्ट प्रदान करें। अन्यथा विभागीय प्रबंधन के मजदूर  विरोधी नीति के विरुद्ध में अपने जॉब की सुरक्षा के लिए आरएमपी के ठेका श्रमिक कभी भी किसी समय से हड़ताल पर जाने को विवश होंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी आरएमपी प्रबंधन की होगी।

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प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से सूरज, विनोद, विष्णु, ज्योति लाल, हीरा लाल, हाड़ी राम, सुरेंद्र लाल, भरदुरी, मिहिर दयाल, लखी राम, काशी, तुलसी, शिवनाथ, जगदीश, रंजित, जया राम, राजू, परमेश्वर, राज कुमार, उमेश रजवार, सतेन्द्र, वीरेंद्र, दीपक महतो, कारण, रिंकू, राम देव आदि मौजू रहे।

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