- बीएकेएस ने प्रोडक्शन रिलेटेड पे की उठाई आवाज।
- प्रोडक्शन के हिसाब से बोनस फॉर्मुला बनाने का दिया प्रस्ताव।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल बोनस (SAIL Bonus) का मामला हल होने के बजाय उलझता जा रहा है। बीएकेएस बोकारो (BAKS) ने सेल चेयरमैन, निदेशक कार्मिक, निदेशक प्रभारी, उप मुख्य श्रमायुक्त धनबाद तथा मुख्य श्रमायुक्त दिल्ली को पत्र लिखकर नया मुद्दा उछाल दिया है। सेल प्रबंधन द्वारा एकतरफा तरीके से लागू किए गए एएसपीईएस फॉर्मूला को रद्द कर प्रोडक्शन रिलेटेड पे (पीआरपी) फॉर्मूला बनाने का प्रस्ताव दिया है।
यूनियन के अध्यक्ष हरि ओम का कहना है कि सेल प्रबंधन और एनजेसीएस (NJCS) का गठजोड़ द्वारा अवैध बोनस फॉर्मूला (Bonus Formula) को लागू करने के खिलाफ एक कड़ा पत्र निदेशक प्रभारी, निदेशक कार्मिक, उप मुख्य श्रमायुक्त धनबाद, मुख्य श्रमायुक्त दिल्ली को लिखा है।
अपने पत्र मे बताया है कि बाहरी तथा गैर निर्वाचित नेताओं के साथ गठजोड़ करके एनजेसीएस संविधान का उल्लंघन कर बोनस फॉर्मूला को मनमाने तरीके से लागू कर दिया गया है। पहले वेज रीविजन फिर बोनस फॉर्मूला में बहुमत का नाटक दिखाकर लागू किया जा रहा है।
फोन बंद करने की चेतावनी
अपने पत्र में यूनियन ने प्रबंधन को चेतावनी दिया है कि उपरोक्त फॉर्मूला को रद्द नहीं किया जाता है तो सभी बीएसएल कर्मी अपना निजी मोबाईल संयंत्र के हित में नहीं करेंगे।
दीपावली के दौरान बोकारो इस्पात संयंत्र के सभी कर्मी सामूहिक अवकाश पर जा सकते हैं। अपने कर्मियों की भावनाओं की उपेक्षा कर जबरदस्ती बोनस फॉर्मूले (Bonus Formula) को लागू करने से सेल कर्मियों (SAIL Employees) मे गहरा आक्रोश पनप चुका है। ऑनलाइन सर्वे में भी 98 प्रतिशत सेल कर्मी हड़ताल करने हेतु सहमती दे चुके हैं।
सेल प्रबंधन और एनजेसीएस यूनियन पर बीएकेएस का गुस्सा
हरि ओम ने कहा-एक तरफ अधिकारी वर्ग को तय फॉर्मूले के तहत 5% पीआरपी दिया जा रहा है तो दूसरी ओर सेल कर्मियों (SAIL Employees) को चूरन बोनस देकर हतोत्साहित किया जा रहा है। कर्मियो का काम प्रोडक्शन करना है।
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उसको सेल कर्मियों (SAIL Employees) ने 19 मिलियन टन से अधिक हॉट मेटल उत्पादन (Hot Metal Production) करके साबित भी किया है लाभ की नीतियां बनाना उच्च प्रबंधन का काम है। 9000 करोड़ एबीटा भी हुआ है। अतः हमे प्रोडक्शन रिलेटेड पे ही चाहिए।
महासचिव दिलीप कुमार ने कहा-एनजेसीएस में शामिल नेताओं के पास न तो डाटा है तथा न ही डाटा की समझ। बाकि पीएसयू में यूनियन फॉर्मूला देती है तथा उस पर मैनेजमेंट के साथ चर्चा होती है।
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सेल (SAIL) में प्रबंधन (Management) ही फॉर्मूला (Formula) देती है तथा बगैर सोचे समझे नेता हस्ताक्षर कर देते हैं, जिसका खामियाजा बीएसएल कर्मचारियों को भुगतना पड़ता है। बोनस सब कमेटी में बोकारो से चार-चार नेता गए थे। फिर भी बीएसएल कर्मचारियों को झुनझुना थमा दिया गया।