सूचनाजी न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में घोषणा पत्र जारी होने का दौर चल रहा है। पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को है। आज शाम प्रचार-प्रसार का शोर थम जाएगा। इससे पहले ही राजनांदगांव में सीएम भूपेश बघेल ने घोषणा पत्र जारी कर दिया है। खास बात यह है कि सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा के संकल्प पत्र को भी मात दे दिया है। भाजपा ने 3100 रुपए में धान खरीदी का संकल्प किया है। जबकि कांग्रेस ने 3200 रुपए में धान खरीदी का ऐलान कर दिया है।
यह है बड़ी घोषणा
200 यूनिट बिजली बिल माफ
700 ग्रामीण पार्क बनाया जाएगा।
केजी से पीजी तक फ्री शिक्षा
युवाओं को लोन पर 50 प्रतिशत सब्सिडी
10 लाख तक का मुफ्त इलाज
तेंदुपत्ता बोनस 4 हजार के बजाय 6 हजार रुपए होगा।
भूमिहीन किसानों को सालाना 10 हजार रुपए।
किसानों का कर्ज माफ
गैस सिलेंडर में 500 रुपए की सब्सिडी
22 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी
महिला स्व सहायता समूह का कर्ज माफ
ग्रामीण क्षेत्रों में साढ़े 17 लाख आवास
दुर्घटना होने पर पूरा इलाज फ्री
जातिगत जनगणना कराई जाएगी।
गोठान का कार्यक्रम जारी रहेगा। मजबूती प्रदान करेंगे।
बाड़ी योजना को आगे बढ़ाया जाएगा।
भरोसा बरकार, फिर से कांग्रेस सरकार का घोषणा पत्र जारी किया गया।
35 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा।
सभी सरकारी कॉलेजों व स्कूलों में मुफ्त शिक्षा। कोई एडमिशन और ट्यूशन फीस नहीं लगेगी।
तेंदु पत्ता प्रति मानक बोरा दर अब 6 हजार होगा।
भूमिहीन को 10 हजार रुपए दिया जाएगा।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ मिलता रहेगा। इसके तहत 3200 रुपए का दाम मिलेगा।
गैस सिलेंडर में सभी आय वर्ग को महतारी न्याय योजना के तहत 500 रुपए की सब्सिडी बैंक खाते से दी जाएगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में साढ़े 17 लाख आवास पांच साल में बनाएंगे।
लघु वनउपज में 10 रुपए प्रति किलो की वृद्धि होगी।
सभी सरकारी स्कूल को आत्मानंद स्कूल बनाया जाएगा। सभी स्कूल संवारे जाएंगे।
जातिगत जनगणना कराई जाएगी। इससे राजनीतिक लाभ मिलेगा ही, साथ ही सामाजिक और आर्थिक रूप से भी विकास हो सकेगा। अलग से योजना बनाने में मदद मिलेगी।
मुक्तिधाम में नि:शुल्क कंडा उपलब्ध कराया जाता है। यह पूरे प्रदेश में उपलब्ध कराया जाएगा। लकड़ी और कंडा सरकार उपलब्ध कराएगी।
49 लाख बिजली के उपभोक्ता है। 42 हजार उपभोक्ता 200 यूनिट से कम इस्तेमाल करते हैं।
बेरोजगारी भत्ता की योजना जारी रहेगी।
चीट फंड कंपनियों का पैसा लौटाया जा रहा है। रमन शासन काल में पैसा डूबा था।